हनुमान जी, जिन्हें संकट मोचन और बल वीरता के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है, उनके बारे में हम सभी जानते हैं कि उनका नाम लेते ही हर संकट और दुख दूर हो जाते हैं। हनुमान शबर मंत्र, जिसे विशेष रूप से उन लोगों के लिए प्रभावी माना जाता है जिनका मन श्रद्धा और विश्वास से भरा हुआ है, एक अद्भुत साधना है। यह मंत्र विशेष रूप से शबर जाति के लोग अधिक प्रयोग करते थे, और इसमें बड़ी शक्ति है जो जीवन के कठिन समय में मदद कर सकती है। अगर आप भी भगवान हनुमान की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो इस मंत्र को निष्ठा और श्रद्धा से पाठ करना अत्यधिक लाभकारी हो सकता है।
शाबर मंत्र
ॐ नमो बजर का कोठा,
जिस पर पिंड हमारा पेठा।
ईश्वर कुंजी ब्रह्म का ताला,
हमारे आठो आमों का जती हनुमंत रखवाला।
ॐ पीर बजरंगी,
राम-लखन के संगी,
जहां-जहां जाय,
विजय के डंके बजाय।
दुहाई माता अंजनी की आन।
ॐ नमो गुरुजी को आदेश,
गुरुजी को प्रणाम,
धरती माता धरती पिता,
धरती धरे न धीर।
बाजे श्रृंगी बाजे तुरतुरी,
आया गोरखनाथ वीर।
मीन का पूत, मूंज का छड़ा,
लोहे का कड़ा।
हमारी पीठ, यह श्री हनुमान रक्षा ,
शाबर मंत्र का एक हिस्सा है।
यह एक स्वयं सिद्ध मंत्र है।
ॐ नमो आदेश गुरु को,
सोने का कड़ा, तांबे का कड़ा,
हनुमान वन्गारेय सजे मोंढे आन खड़ा।
राम राम बोलते रहो,
बजरंग बलि को ताकते रहो।
जो मन में है, वो मांगते रहो,
संकट हरण, मंगल करण।
जय बजरंग बली।।
ॐ हनुमान पहलवान पहलवान,
बरस बारह का जबान।
हाथ में लड्डू, मुख में पान,
खेल खेल गढ़ लंका के चौगान।
अंजनी का पूत, राम का दूत,
छिन में कीलौनौ खंड का भूत।
जाग जाग हड़मान (हनुमान) हुंकाला,
ताती लोहा लंकाला।
शीश जटाडग डेरू उमर गाजे,
वज्र की कोठड़ी ब्रज का ताला।
आगे अर्जुन, पीछे भीम,
चोर नार चंपे ने सींण।
अजरा झरे भरया भरे,
ई घट पिंड की रक्षा।
राजा रामचंद्र जी, लक्ष्मण कुंवर,
हड़मान (हनुमान) करें॥
हनुमान शबर मंत्र के जाप से मानसिक शांति और आत्मबल प्राप्त होता है। यदि आप इसे नियमित रूप से श्रद्धा और विश्वास के साथ उच्चारण करते हैं, तो यह न केवल आपके जीवन की समस्याओं को दूर करेगा, बल्कि आपके मन को भी सशक्त और शांत बनाए रखेगा। हनुमान जी की कृपा से जीवन में आने वाली मुश्किलें आसान हो जाती हैं, और आपको मार्गदर्शन और सुरक्षा मिलती है। इस मंत्र का जाप आपको हनुमान जी के साथ गहरी आत्मिक जुड़ाव बनाने में मदद करेगा, जिससे आपके जीवन में समृद्धि और सुख-शांति आएगी।