Ganesh Chaturthi का त्योहार भगवान गणेश जी के जन्मोत्सव के रूप में पूरे भारतवर्ष में अत्यंत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। इस दिन गणपति बप्पा को विशेष रूप से आमंत्रित कर उनकी पूजा, अर्चना और आरती की जाती है। “Ganesh Chaturthi Aarti” करते समय वातावरण भक्ति से सराबोर हो जाता है और गणपति बप्पा अपने भक्तों पर अपार कृपा बरसाते हैं। इस लेख में हम आपको गणेश चतुर्थी की आरती के शब्द, उसकी विधि और लाभ के बारे में विस्तार से बताएंगे।
गणेश चतुर्थी आरती
॥जय गणेश जय गणेश॥
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा,
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा।
एकदंत दयावंत चारभुजाधारी,
माथे पर तिलक सोहे मूसे की सवारी।
जय गणेश जय गणेश…
पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा,
लड्डुअन का भोग लगे संत करें सेवा।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा,
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा।
अंघे को आंख देत, कोढ़िन को काया,
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा,
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा।
‘सूर’ श्याम शरण आए सफल कीजै सेवा,
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा,
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा।
॥सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची आरती॥
सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची,
नुरवी पुरवी प्रेम कृपा जयाची॥
सर्वांगी सुंदर उटी शेंदुराची,
कंठी झळके माळ मुक्ताफळांची॥
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती,
दर्शनमात्रे मन कामनांपुरती।
जय देव…
रत्नखचित फरा तूज गौरीकुमरा,
चंदनाची उटी कुंकुमकेशरा॥
हिरेजड़ित मुकुट शोभतो बरा,
रुणझुणती नूपुरे चरणी घागरीया॥
जय देव…
लंबोदर पीतांबर फणीवर बंधना,
सरळ सोंड वक्रतुण्ड त्रिनयना॥
दास रामाचा वाट पाहे सदना,
संकष्टी पावावें, निर्वाणी रक्षावे,सुरवरवंदना॥
जय देव…।
Ganesh Chaturthi का पर्व भक्ति, श्रद्धा और उल्लास का प्रतीक है। जब पूरे मन और श्रद्धा से गणपति बप्पा की आरती की जाती है तो वह भक्तों के जीवन से समस्त दुख-दर्द दूर कर उन्हें सुख, समृद्धि और सफलता का आशीर्वाद देते हैं। इसलिए इस गणेश चतुर्थी पर पूरे परिवार के साथ गणपति बप्पा की आरती करें और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को मंगलमय बनाएं। गणपति बप्पा मोरया!
विधि
- प्रातःकाल स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- पूजा स्थल को स्वच्छ कर गणपति बप्पा की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
- दीपक और अगरबत्ती जलाएं।
- गणपति जी को दूर्वा, शमी पत्र और मोदक का भोग अर्पित करें।
- सिंदूर और चंदन का तिलक करें।
- गणपति बप्पा का ध्यान कर संकल्प लें।
- पूरे श्रद्धा भाव से Ganesh Chaturthi Aarti करें।
- परिवार सहित बप्पा का जयकारा लगाएं।
- आरती के बाद प्रसाद का वितरण करें।
लाभ
- संकटों से मुक्ति – गणपति बप्पा विघ्नहर्ता हैं, उनकी आरती से जीवन के सभी विघ्न दूर होते हैं।
- सौभाग्य और समृद्धि की प्राप्ति – आरती से घर में सुख-समृद्धि और लक्ष्मी का वास होता है।
- बुद्धि और ज्ञान में वृद्धि – गणेश जी बुद्धि और विवेक के देवता हैं, उनकी आराधना से ज्ञान में वृद्धि होती है।
- परिवार में प्रेम और एकता – परिवार में आपसी प्रेम और सामंजस्य बना रहता है।
- आध्यात्मिक उन्नति – गणेश चतुर्थी की आरती करने से आत्मिक शांति और आध्यात्मिक विकास होता है।