गणेश भजन भारतीय संस्कृति और भक्ति का एक अहम हिस्सा हैं। भगवान गणेश, जिन्हें विघ्नहर्ता और बुद्धि के देवता के रूप में पूजा जाता है, उनके भजनों का गान हर शुभ कार्य से पहले किया जाता है। ये भजन न केवल हमारे मन को शांति प्रदान करते हैं, बल्कि जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और सफलता का मार्ग भी खोलते हैं। गणेश भजन के बोल इतने सरल और प्रभावशाली होते हैं कि हर उम्र के लोग इन्हें गुनगुनाने में आनंद महसूस करते हैं।
फूलों से सजाया दरबार गजानन आ जाना।
आ जाना महाराज, गजानन आ जाना ॥
घर के अंदर भवन बनाया, आओ विराजो महाराज।
गजानन आ जाना ॥
हाथ में लोटा गंगाजल पानी, चरण धूलाऊं महाराज।
गजानन आ जाना॥
चुन चुन कलियां फुल मैं लाई, बड़ा सुंदर बनाया मैंने हार।
गजानन आ जाना॥
हाथ कटोरी केसर थाली, तिलक लगाउं महाराज।
गजानन आ जाना॥
हाथ में ज्योति जगमग होती, आरती उतारू महाराज।
गजानन आ जाना॥
मोदक का मैंने भोग बनाया, लड्डूवन के भरे थाल।
गजानन आ जाना॥
सब भक्तों की अर्ज यही है, दर्शन दो महाराज।
गजानन आ जाना॥
फूलों से सजाया दरबार गजानन आ जाना।
आ जाना महाराज, गजानन आ जाना॥
गौरा मैया के प्यारे गणेश ललना।
बोलिए श्री गजानन महाराज की जय॥
गौरा मैया के प्यारे गणेश ललना।
भोले बाबा के प्यारे गणेश ललना॥
गणेश ललना प्यारे ललना…
मेरे विष्णु जी लाए सोने का पलना।
लक्ष्मी मैया झुलावे गणेश ललना॥
गौरा मैया के प्यारे गणेश ललना…
मेरे राम जी लाए सोने का पलना।
सीता मैया झुलावे गणेश ललना॥
गौरा मैया के प्यारे गणेश ललना…
मेरे कृष्ण जी लाए सोने का पलना।
राधा मैया झुलावे गणेश ललना॥
गौरा मैया के प्यारे गणेश ललना…
मेरे हनुमत भी लाए सोने का पलना।
माँ अंजनी झुलावे गणेश ललना॥
गौरा मैया के प्यारे गणेश ललना…
सारे भक्त भी लाए सोने का पलना।
हम सब भी झुलावे गणेश ललना॥
गौरा मैया के प्यारे गणेश ललना…
गणेश भजनों के माध्यम से हम अपने आराध्य से जुड़ने का एक मधुर और सरल रास्ता पाते हैं। ये भजन न केवल हमारी आस्था को प्रगाढ़ करते हैं, बल्कि हमारे जीवन में सुख, शांति और समृद्धि भी लाते हैं। यदि आप भक्ति के इस अद्भुत अनुभव का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो गणेश भजन सुनें, गुनगुनाएं और उनके गहरे अर्थ को समझकर अपनी भक्ति को और प्रबल बनाएं। गणपति बप्पा मोरया!