वाराणसी: शहर दक्षिणी विधानसभा सीट से सात बार विधायक रहे श्यामदेव राय चौधरी, जिन्हें काशीवासी प्यार से ‘दादा’ कहकर संबोधित करते थे, का मंगलवार को निधन हो गया। उन्होंने 85 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली। वे पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे और रविंद्रपुरी स्थित ओरियाना अस्पताल में उनका इलाज हो रहा था। उनके निधन से काशीवासियों और उनके समर्थकों में गहरा शोक व्याप्त है।
श्यामदेव राय चौधरी भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता थे और 1977 से 2017 तक सक्रिय राजनीति में रहे। वे लगातार सात बार शहर दक्षिणी विधानसभा सीट से विधायक चुने गए, जो उनकी लोकप्रियता और जनसेवा का प्रमाण है। 2017 में उन्होंने सक्रिय राजनीति से सन्यास ले लिया था। वे अपनी सादगी, जनसेवा और सरल स्वभाव के कारण काशीवासियों के बीच बेहद लोकप्रिय थे।
पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी आगमन के दौरान अस्पताल पहुंचकर दादा के स्वास्थ्य की जानकारी ली थी। बावजूद इसके, उनकी स्थिति में सुधार नहीं हो सका और मंगलवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन का समाचार मिलते ही काशीवासियों में शोक की लहर दौड़ गई।
दादा ने अपने राजनीतिक जीवन में काशी की जनता की समस्याओं को न केवल समझा बल्कि उन्हें प्राथमिकता देकर हल करने का प्रयास किया। वे जनता और कार्यकर्ताओं के बीच हमेशा सहज और सुलभ रहते थे। उनकी सादगी और समर्पण ने उन्हें आम जनता के दिलों में विशेष स्थान दिलाया।
उनके निधन से राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। समर्थक और शहरवासी उनके योगदान को हमेशा याद रखेंगे। श्यामदेव राय चौधरी के जाने से काशी ने एक सच्चा जनप्रतिनिधि और मार्गदर्शक खो दिया है।