काशी विश्वनाथ मंदिर में सावन के तीसरे सोमवार को भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। मंदिर में सुबह 6:00 बजे तक लगभग 2 लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके थे। शिव भक्तों के इस जनसैलाब के कारण मंदिर के बाहर लगभग 2 किलोमीटर लंबी कतार लग गई थी। भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने और उनकी सुविधा के लिए प्रशासन की ओर से विशेष प्रबंध किए गए थे।
काशी के कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने व्यक्तिगत रूप से मंदिर पहुंचे भक्तों का स्वागत किया और उन पर पुष्पवर्षा कर उनका अभिनंदन किया। यह दृश्य अत्यंत भव्य और श्रद्धापूर्ण था, जिसने भक्तों के मन में धार्मिक उत्साह और श्रद्धा को और अधिक बढ़ा दिया।
सावन के महीने में कांवड़ियों की संख्या में वृद्धि होती है, जो दूर-दूर से पवित्र गंगाजल लेकर भगवान शिव को अर्पित करने आते हैं। इस विशेष अवसर पर काशी विश्वनाथ मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी की गई थी ताकि भक्तों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
मंदिर परिसर में पूजा-अर्चना और विशेष अनुष्ठान आयोजित किए गए, जिनमें भक्तों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। प्रशासन द्वारा कतार में लगे भक्तों के लिए जलपान और चिकित्सा सहायता की भी व्यवस्था की गई थी।
भक्तों की श्रद्धा और आस्था का यह नजारा न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण था, जो काशी की परंपरा और धार्मिक उत्सवों की गहराई को दर्शाता है। इस विशेष दिन ने सभी भक्तों के मन में एक अविस्मरणीय अनुभव छोड़ा।