


वाराणसी।

एंटी करप्शन टीम ने बुधवार को वाराणसी में लंका थाना अंतर्गत महिला रिपोर्टिंग चौकी पर तैनात महिला दरोगा अनोभा तिवारी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। अनोभा तिवारी 2019 बैच की सब इंस्पेक्टर हैं और मृतक आश्रित कोटे से दरोगा बनी थीं।
शिकायतकर्ता राजीव शर्मा, जो लक्सा थाना क्षेत्र के सिद्धगिरी बाग़ के निवासी हैं, ने एंटी करप्शन टीम को शिकायत दी थी कि अनोभा तिवारी ने एक मुकदमे में उनका नाम हटवाने के लिए 10 हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी। राजीव शर्मा की शिकायत के आधार पर एंटी करप्शन टीम ने जाल बिछाया और तिवारी को रंगे हाथों पकड़ने की योजना बनाई।
बुधवार को एंटी करप्शन टीम ने तिवारी को रंगे हाथों पकड़ा जब वह राजीव शर्मा से रिश्वत की रकम ले रही थीं। गिरफ्तारी के बाद, टीम ने तिवारी को कैंट थाना लाकर आवश्यक कानूनी कार्यवाही शुरू की। गिरफ्तारी के समय तिवारी ने खुद को बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन उनकी कोई चाल काम नहीं आई। एंटी करप्शन टीम ने उनके हाथ धुलवाए और रिश्वत की रकम को बरामद किया।
अनोभा तिवारी की गिरफ्तारी से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। इस घटना ने पुलिस विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर एक बार फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। एंटी करप्शन टीम ने यह साफ कर दिया है कि वे किसी भी हालत में भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करेंगे और इस प्रकार की कार्रवाइयां आगे भी जारी रहेंगी।
अनोभा तिवारी की गिरफ्तारी से यह स्पष्ट हो गया है कि एंटी करप्शन टीम की मुस्तैदी और कड़ी निगरानी के चलते कोई भी भ्रष्टाचार करने वाला बच नहीं सकता। इस घटना से पुलिस महकमे में पारदर्शिता और ईमानदारी की उम्मीद की जा रही है।