बरेली में पुलिस विभाग में अनुशासनहीनता का बड़ा मामला सामने आया है। इज्जतनगर थाने के सिपाही रजत बालियान ने 2 अक्टूबर 2024 से 27 नवंबर 2024 तक की छुट्टी ली थी। लेकिन छुट्टी के बावजूद उसने 10,000 रुपये रिश्वत देकर अपनी फर्जी हाजिरी गणना कार्यालय में दर्ज कराई। इस दौरान वह मेरठ और मुजफ्फरनगर में मौज-मस्ती करता रहा।
गणना कार्यालय में तैनात सिपाही रचित कुमार, सतेंद्र सिंह, अर्पित पंवार और पवन बंसल ने अभिलेखों में फर्जी सूचनाएं दर्ज कर रजत की अनुपस्थिति को सही ठहराया। मामले की जांच एसपी सिटी मानुष पारीक ने की। जांच में दोषी पाए जाने के बाद एसएसपी अनुराग आर्य ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पांचों सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया।
मामले की जांच के लिए एसपी (ट्रैफिक) अकमल खान को जिम्मेदारी सौंपी गई है। अधिकारियों ने साफ किया है कि अनुशासन भंग करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। दोषी पाए जाने पर कानूनी प्रक्रिया भी अपनाई जाएगी।
यह मामला पुलिस विभाग में अनुशासन और ईमानदारी पर गंभीर सवाल खड़े करता है। अधिकारियों ने इस घटना को एक बड़ा चेतावनी संकेत मानते हुए विभाग में पारदर्शिता सुनिश्चित करने पर जोर दिया है।