
वाराणसी। दालमंडी बाजार में चल रही प्रशासनिक कार्रवाई को लेकर व्यापारियों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। सोमवार को दालमंडी क्षेत्र के सैकड़ों व्यापारी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के लहुराबीर स्थित आवास पर पहुंचे। व्यापारियों ने बताया कि जिस तरीके से दुकानों को खाली कराया जा रहा है, वह एकतरफा और कठोर है। उन्होंने कहा कि दालमंडी सिर्फ एक बाजार नहीं है, यह काशी की पुरानी पहचान और सैकड़ों परिवारों की रोजी रोटी का आधार है। कई पीढ़ियों से लोग यहीं व्यापार कर अपने परिवार का जीवन चलाते आए हैं।

व्यापारियों का कहना था कि शासन और प्रशासन बिना संवाद के कार्रवाई कर रहा है। उनके अनुसार यह निर्णय न तो पारदर्शी है और न ही व्यापारियों के हित में है। उन्होंने बताया कि अचानक नोटिस देकर दुकानें हटाने का दबाव बनाया जा रहा है, जिससे हर व्यापारी तनाव में है। व्यापारियों ने यह भी आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार निगमों और बड़े पूंजीपतियों के हित में योजनाएं बना रही है जबकि छोटे कारोबारियों की अनदेखी की जा रही है।
व्यापारियों की बात सुनते हुए अजय राय ने कहा कि यह सिर्फ दुकानों को हटाने का मामला नहीं है, बल्कि हजारों परिवारों के भविष्य का सवाल है। उन्होंने कहा कि अगर दालमंडी का व्यापार खत्म होता है, तो काशी की परंपरा और स्थानीय अर्थव्यवस्था भी प्रभावित होगी। उनके शब्दों में, छोटे व्यापारियों पर दबाव बनाकर उनका कारोबार उजाड़ा जा रहा है, जबकि सरकार रोजगार देने का दावा करती है। उन्होंने आश्वासन दिया कि कांग्रेस पार्टी व्यापारी समाज के साथ खड़ी है और उनकी समस्याओं को हर स्तर पर उठाया जाएगा।
इस मौके पर महानगर अध्यक्ष राघवेन्द्र चौबे, अब्दुल हमीद डोडे, खालिद सिद्दीकी, हाजी इस्लाम तथा दालमंडी व्यापार समिति के पदाधिकारी मौजूद रहे। व्यापारियों ने उम्मीद जताई कि उनकी आवाज शासन तक पहुंचेगी और इस मामले में न्याय मिलेगा।