विद्युत आपूर्ति के व्यवधान संबंधी शिकायतो का तत्काल संज्ञान लेकर कार्रवाई की जाए
ओवरलोड ट्रांसफार्मर तत्काल बदले जाएं, विद्युत आपूर्ति को लेकर शिकायतें नहीं आनी चाहिए
बनारस की विद्युत व्यवस्था कटौती मुक्त हो
विद्युत उपकरणों, ट्रांसफार्मर, पोल, लाइन, मीटर, फ्यूज आदि की कमी न हो
विद्युत कार्मिक क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर समस्याओं का समाधान कराए
विद्युत कार्मिक नगर विकास से समन्वय कर स्ट्रीट लाइट की समस्या का तत्काल समाधान कराए
ऊर्जा मंत्री ने निर्धारित शेड्यूल के अनुरूप प्रदेश के सभी क्षेत्रों को विद्युत आपूर्ति करने के सख्त निर्देश दिए
विद्युत कार्मिकों की कार्यों में किसी भी स्तर पर लापरवाही और शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी
लखनऊ: 04 अक्टूबर, 2024
प्रदेश के सभी क्षेत्रों को निर्धारित शेड्यूल के अनुरूप विद्युत आपूर्ति की जाए, इसमें किसी भी स्तर पर कार्यों में विद्युत कार्मिकों द्वारा कार्यों में की गई लापरवाही और शिथिलिता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विद्युत व्यवधानों की शिकायतों का तत्काल संज्ञान लेकर विद्युत आपूर्ति बहाल करने का प्रयास किया जाए।
नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए.के. शर्मा शुक्रवार को जल निगम के फील्ड हॉस्टल ’संगम’ से वाराणसी की विद्युत व्यवस्था की वर्चुअल समीक्षा करते हुए यह निर्देश दिए। उन्होंने वाराणसी की विद्युत आपूर्ति में आ रही गड़बड़ी की शिकायतों को लेकर पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एमडी शंभू कुमार को जमकर फटकार लगाई और कहा कि विगत ढाई वर्षाे से बनारस जैसे वैश्विक शहर की विद्युत व्यवस्था दुरुस्त नहीं हुई और आपूर्ति को लेकर समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं। उन्होंने गड़बड़ी करने वाले, विद्युत आपूर्ति के प्रावधान पर और कार्यों में शिथिलता व लापरवाही बरतने वाले विद्युत कार्मिको पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने बनारस शहर के सभी ओवरलोड ट्रांसफार्मर, जर्जर पोल, लाइन को तत्काल बदलने को कहा और निर्देश दिए कि विद्युत आपूर्ति को लेकर कहीं से भी कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वाराणसी की विद्युत व्यवस्था को कटौती मुक्त बनाना है, इसके लिए जो भी आवश्यक हो हर संभव प्रयास किए जाएं। विद्युत व्यवधानों को कम करने के लिए विद्युत उपकरणों, ट्रांसफार्मर, पोल, लाइन, मीटर, फ्यूज आदि की कमी न रहे।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि बनारस की विद्युत व्यवस्था को सुधारने के लिए 1500 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं फिर भी परिणाम धरातल पर नहीं आ रहा। विद्युत व्यवस्था के लिए पैसा भरपूर दिया जा रहा है। आपूर्ति और व्यवस्थापन को सुदृढ़ करने के लिए ठोस प्रयास किये जाए। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ के बहादुरपुर गांव में 10 केवीए का ट्रांसफार्मर जलने से वहां की विद्युत् व्यवस्था कुछ दिन पहले खराब हुई थी, जिसके लिए ग्रामीणों ने आंदोलन किया था। साथ ही श्रावस्ती के विधायक ने भी शिकायत की है कि उनके स्वयं के घर में भी 05 दिन से लाइट नहीं आ रही है। उन्होंने विद्युत कार्मिकों को नगर निकाय के अधिकारियों के साथ समन्वय बनाकर स्ट्रीट लाइट को दुरुस्त करने और विधिवत कनेक्शन देने के भी निर्देश दिए और यह भी सख्त हिदायत दी कि किसी भी पोल में करंट नहीं उतरना चाहिए। त्योहारों का समय है नवरात्रि, दशहरा, दीपावली, छठपूजा आदि महत्वपूर्ण त्यौहार सामने हैं। श्रद्धालुओं को अंधेरे में आना-जाना न पड़े मार्ग प्रकाश व्यवस्था सही हो।
एमडी पूर्वांचल शंभू कुमार ने बताया कि बनारस में 80 प्रतिशत ट्रांसफार्मर ओवरलोड हैं। वर्ष 2024-25 में बिजनेस प्लान के तहत 535 जगहों पर ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाई गई। 303 जगहों पर 250 केवीए के नये ट्रांसफार्मर लगाये गये। 94 स्थानों पर जर्जर लाइनों का सुदृढ़ीकरण किया गया।
बैठक में नगर विकास के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात, सचिव अजय कुमार शुक्ला, यूपीपीसीएल के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार, निदेशक नगरीय निकाय अनुज कुमार झा के साथ अन्य अधिकारी मौजूद थे तथा पूर्वांचल के एमडी शंभू कुमार, बनारस के मुख्य अभियंता, अधिक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता ने वर्चुअल प्रतिभाग किया।