क्राइम रिपोर्टर*शिवम तिवारी विक्कू
देवरिया/गोरीबाजार। बैतालपुर पुलिस ने बृहस्पतिवार को मुठभेड़ के बाद दो बदमाशों को अवैध असहले के साथ पकड़ने का खुलासा किया। खुलासा करते ही उसके दावे को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस का कहना है कि बुधवार को वाहन चेकिंग के दौरान दो बदमाश फायरिंग कर भाग रहे थे, पुलिस ने पीछा करते हुए मुठभेड़ के बाद उन्हें दबोच लिया, लेकिन ताज्जुब यह है कि जिन बदमाशों को पुलिस मुठभेड़ में पकड़ने का दावा कर रही है, दो दिन पहले उन्हीं बदमाशों को बैतालपुर बाजार में लोगों ने उनकी संदिग्ध हरकतों की वजह से पकड़ कर पुलिस को सौंपा था।
बताया जा रहा है कि मंगलवार शाम गौरीबाजार थानाक्षेत्र के बैतालपुर स्थित सेंट्रल बैंक के पास हास्पिटल रोड पर दो बाइक सवार देखे गए थे। उनकी हरकतों पर स्थानीय लोगों को कुछ संदेह हुआ तो उन्होंने उन पर निगाहें गड़ा दीं। इसी बीच दोनों संदिग्ध अपनी बाइक किनारे ले गए और स्टीकर लगाकर नंबर प्लेट को ढंक दिया। यह देखकर लोगों का संदेह पुख्ता हो गया। इसके बाद स्थानीय गिरजेश गुप्ता, राजन यादव, गोलू श्रीवास्तव और राजेश चौहान उर्फ काशी ने दिलेरी दिखाते हुए उन दोनों को पकड़ लिया। इस दौरान एक बदमाश ने पिस्तौल निकाल ली, मगर वह कुछ कर पाता इससे पहले ही लोगों ने उसे दबोच लिया और पिस्तौल कब्जे में ले ली। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों संदिग्धों को हिरासत में लेकर अपने साथ चली गई।
इधर बृहस्पतिवार को पुलिस ने दो बदमाशों को पकड़ने का दावा किया। पुलिस के अनुसार 28 अगस्त को एसआई धर्मेन्द्र सिंह पुलिस बल के साथ क्षेत्र के जमुना मोड़ के पास वाहन चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान एक दोपहिया वाहन सवार दो व्यक्ति चेकिंग देखकर मोटरसाइकिल मोड़कर भगाने लगे। पुलिस टीम ने उनका पीछा किया तो बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस टीम ने घेराबंदी करते हुए दोनों बदमाशों को पकड़ लिया।
बांसगांव के धुंसुना गांव निवासी है दोनों अभियुक्त
पुलिस के अनुसार, बुधवार को पकड़े गए बदमाशों की पहचान सोनू चौधरी पुत्र अशोक चौधरी और सुशील चौधरी पुत्र राकेश चौधरी के रूप में हुई। दोनों गोरखपुर के बांसगांव के धुंसुना गांव के रहने वाले हैं। उनके पास से एक अवैध देसी तमंचा 315 बोर व एक अदद कारतूस 315 बोर व एक अदद जिन्दा कारतूस 315 बोर व एक अदद देसी पिस्टल 0.32 बोर व 03 अदद जिन्दा कारतूस 0.32 बोर बरामद किए गए। पुलिस ने बृहस्पतिवार को पकड़े गए बदमाशों को मीडिया के सामने पेश किया, लेकिन ताज्जुब है कि बदमाशों के कपड़े और उनके पास बरामद बाइक मंगलवार को बैतालपुर बाजार में पकड़े गए संदिग्धों से हूबहू मिलती है। हां, मंगलवार को जिन संदिग्धों को लोगों ने पकड़ा था उनके नामों का पता नहीं चल सका था, लेकिन वे दोनों भी बांसगांव के ही थे और पुलिस ने जिन्हें पकड़ा वे भी। इसी संयोग के कारण पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं।