
वाराणसी के रामनगर इलाके में मंगलवार देर रात पुलिस और एसओजी टीम की बदमाशों के एक गिरोह से मुठभेड़ हो गई। यह मुठभेड़ डोमरी इलाके में उस समय हुई जब पुलिस को सूचना मिली कि संकटमोचन मंदिर के महंत के आवास में चोरी करने वाला गिरोह करोड़ों रुपये के माल का बंटवारा करने जा रहा है। सूचना पर रामनगर पुलिस और एसओजी टीम ने इलाके की घेराबंदी की, जिस पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में तीन बदमाश गोली लगने से घायल हो गए, जबकि तीन अन्य को पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ लिया।
गिरफ्तार किए गए छह बदमाशों में तीन बिहार और तीन उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों के निवासी हैं। सभी बदमाश महंत वीके मिश्रा के आवास पर पूर्व में कर्मचारी रह चुके हैं। इन पर आरोप है कि इन्होंने ही चोरी की योजना बनाई और कीमती जेवरात, नगदी और दस्तावेज चुराए।
घटना की जानकारी मिलते ही डीसीपी काशी गौरव बंसवाल और एडीसीपी काशी सरवणन टी. मौके पर पहुंचे। उन्होंने पूरी घटना की जानकारी टीम से ली और घायल बदमाशों से पूछताछ की। फॉरेंसिक टीम को बुलाकर साक्ष्य भी एकत्रित कराए गए। पुलिस ने बताया कि सभी बदमाश सीसीटीवी फुटेज में भी कैद हुए थे।
तलाशी के दौरान सभी के पास से अवैध तमंचे और कारतूस बरामद हुए हैं। साथ ही चोरी का करोड़ों का माल भी बरामद कर लिया गया है। कुछ जेवरात और सामान अभी बरामद किया जाना बाकी है, जिसे बदमाशों की निशानदेही पर पुलिस बरामद करेगी।
इस ऑपरेशन में एसओजी प्रभारी मनीष मिश्रा, रामनगर इंस्पेक्टर राजू सिंह और भेलूपुर इंस्पेक्टर गोपालजी कुशवाहा की टीम प्रमुख रूप से शामिल रही। पुलिस ने बताया कि एक बदमाश मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश जारी है।