
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ओबीसी मोर्चा काशी क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के प्रतीकात्मक पुतले का दहन किया। यह विरोध प्रदर्शन संसद भवन में राहुल गांधी के कथित अमर्यादित व्यवहार के खिलाफ आयोजित किया गया।
कार्यकर्ताओं का आरोप है कि राहुल गांधी ने संसद भवन के भीतर भाजपा सांसद माननीय प्रताप सिंह सारंगी को धक्का दिया, जिससे उनके सिर पर चोट आई। इस घटना को न केवल सांसद पर शारीरिक हमला बताया गया, बल्कि इसे संसद की गरिमा और लोकतंत्र के मंदिर कहे जाने वाले संसद भवन का अपमान भी माना गया।
प्रदर्शन के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के इस व्यवहार की कड़ी निंदा की और इसे अस्वीकार्य करार दिया। उन्होंने कहा कि यह घटना लोकतंत्र के मूल्यों के खिलाफ है और देश के उच्चतम संवैधानिक संस्थान की मर्यादा को ठेस पहुंचाने वाली है।
ओबीसी मोर्चा काशी क्षेत्र के पदाधिकारियों ने मांग की कि इस घटना की जांच कर राहुल गांधी के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी सार्वजनिक प्रतिनिधि द्वारा ऐसा व्यवहार न केवल नैतिकता के खिलाफ है, बल्कि यह देश के नागरिकों के लिए गलत उदाहरण पेश करता है।
पुतला दहन कार्यक्रम के दौरान कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए राहुल गांधी से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की भी मांग की। भाजपा के इस प्रदर्शन ने संसद में हो रही घटनाओं और नेताओं के आचरण पर चर्चा को फिर से मुख्यधारा में ला दिया।