स्वर्गीय राधेमोहन श्रीवास्तव एडवोकेट की स्मृति में उनके पुत्र श्री गौरव मोहन द्वारा निर्मित ई-लाइब्रेरी न्यायिक समुदाय के लिए एक अभिनव और मूल्यवान संसाधन है। यह पहल न केवल उनके पिता के प्रति सम्मान और श्रद्धांजलि व्यक्त करती है, बल्कि अधिवक्ताओं और न्यायपालिका को डिजिटल युग में उन्नत कानूनी संसाधनों की सुविधा भी प्रदान करती है।
ई-लाइब्रेरी के उद्घाटन के शुभ अवसर पर, माननीय जनपद न्यायाधीश श्री संजीव पाण्डेय द्वारा दीप प्रज्ज्वलन ने इस कार्यक्रम को विशेष गरिमा प्रदान की। वहीं, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री मुरलीधर सिंह की अध्यक्षता ने इस आयोजन को और अधिक महत्वपूर्ण बना दिया। इस अवसर पर अन्य प्रमुख हस्तियों और अधिवक्ताओं की उपस्थिति ने इसे यादगार बनाया।
यह ई-लाइब्रेरी अधिवक्ताओं के लिए एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है, जो उन्हें कानूनी मामलों से जुड़े नवीनतम संसाधनों, शोध, और ज्ञान तक डिजिटल पहुंच प्रदान करेगा। यह पहल अधिवक्ताओं के कार्यक्षमता को बढ़ाने और न्यायिक प्रक्रिया को सरल और अधिक सुलभ बनाने की दिशा में एक अहम कदम है।
ई-लाइब्रेरी की स्थापना न्यायिक समुदाय की जरूरतों के प्रति गहरी जागरूकता और प्रतिबद्धता का प्रतीक है। यह बार एसोसिएशन के सदस्यों को नई तकनीकों और संसाधनों के साथ अपडेटेड रहने का अवसर प्रदान करेगी, जिससे न्यायिक क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव आएंगे।
इस प्रयास से न केवल अधिवक्ता लाभान्वित होंगे, बल्कि यह न्याय प्रणाली की दक्षता को भी नई ऊंचाईयों तक पहुंचाएगा।