वाराणसी: इलाज के दौरान महिला की मौत,एपेक्स हॉस्पिटल के कर्मचारी ने शव से चुराए सोने के कड़े; पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

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वाराणसी के चितईपुर थाना क्षेत्र स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मिर्जापुर से आई महिला की मौत के बाद एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। अस्पताल के ही एक कर्मचारी ने मृत महिला के शव से सोने के तीन कड़े चुरा लिए। परिजनों द्वारा की गई शिकायत पर पुलिस और अस्पताल प्रबंधन की तत्परता से मामला खुला और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने उसके पास से चोरी गए तीनों कड़े बरामद कर लिए हैं।

बेटी की सगाई के लिए आई थीं वाराणसी

मृत महिला बीना देवी मिर्जापुर जिले के अहरौरा थाना क्षेत्र के चौक बाजार की निवासी थीं। वह दो मई को अपनी छोटी बेटी की सगाई के कार्यक्रम के लिए वाराणसी आई थीं। कार्यक्रम मंडुवाडीह क्षेत्र के एक होटल में आयोजित किया गया था। सगाई समारोह के दौरान रात करीब नौ बजे अचानक बीना देवी की तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद परिजन उन्हें तत्काल चितईपुर क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे।

इलाज के दौरान हुई मौत, गहने पर थी नजर

बीना देवी को ईसीजी जांच के लिए ले जाया गया, इस दौरान चिकित्सकों ने उनके शरीर से सभी गहने उतरवाकर परिजनों को सौंप दिए। लेकिन इलाज के दौरान ही महिला की मृत्यु हो गई। जब परिजनों ने गहनों की जांच की, तो पाया कि करीब 21 ग्राम वजनी तीन सोने के कड़े गायब थे। परिजनों ने तुरंत अस्पताल कर्मचारियों से पूछताछ की, लेकिन कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला।

अस्पताल प्रबंधन और पुलिस की तत्परता से हुआ खुलासा

बीना देवी के दामाद विशाल केशरी ने चितईपुर थाने में इस संबंध में लिखित तहरीर दी। उन्होंने घटना की पूरी जानकारी पुलिस को दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने भी पुलिस को सहयोग प्रदान किया। पुलिस ने अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें एक कर्मचारी राहुल पाल कड़े चुराते हुए स्पष्ट रूप से दिख गया।

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आरोपी गिरफ्तार, तीनों कड़े बरामद

सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की पहचान राहुल पाल के रूप में हुई, जो भदोही जिले के गोपीगंज थाना क्षेत्र के घनश्यामपुर गांव का निवासी है और वर्तमान में वाराणसी के कंचनपुर में किराए पर रह रहा था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर पूछताछ की, जिसके बाद उसने जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी के पास से चोरी किए गए तीनों सोने के कड़े बरामद कर लिए गए हैं। इसके बाद पुलिस ने उसका चालान कर जेल भेज दिया।

गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम

इस पूरे मामले में चितईपुर थाना पुलिस की तत्परता सराहनीय रही। गिरफ्तारी में शामिल पुलिस टीम में निम्नलिखित अधिकारी व कर्मचारी शामिल थे:

  1. प्रभारी निरीक्षक प्रवीन सिंह – थाना चितईपुर, कमिश्नरेट वाराणसी
  2. उप निरीक्षक रवि पाण्डेय – चौकी प्रभारी सुन्दपुर, थाना चितईपुर
  3. उप निरीक्षक अवनीश कुमार – थाना चितईपुर
  4. उप निरीक्षक अनिल कुमार सिंह – थाना चितईपुर
  5. हेड कांस्टेबल हृदय नारायण मौर्या – थाना चितईपुर
  6. कांस्टेबल विनोद यादव – थाना चितईपुर
  7. कांस्टेबल कमल किशोर – थाना चितईपुर
  8. कांस्टेबल अमित कुमार – थाना चितईपुर

यह घटना अस्पताल जैसी संवेदनशील जगह पर कार्यरत कर्मचारियों की नैतिक जिम्मेदारी और जवाबदेही पर सवाल खड़ा करती है। यदि पुलिस और अस्पताल प्रबंधन ने समय पर कार्रवाई न की होती, तो पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिल पाता। यह मामला एक उदाहरण है कि तकनीक (सीसीटीवी) और त्वरित पुलिस कार्रवाई के माध्यम से अपराधियों को पकड़ा जा सकता है और पीड़ितों को न्याय दिलाया जा सकता है।