दुर्गा गायत्री मंत्र शक्ति और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है। यह मंत्र माँ दुर्गा की कृपा पाने और अपने जीवन में समृद्धि व शांति लाने के लिए जाप किया जाता है। इस मंत्र में माँ दुर्गा के स्वरूप को ध्यान में रखते हुए उनके गुणों और शक्ति का स्मरण किया जाता है। कहते हैं कि इस मंत्र का नियमित जाप न केवल मन की शुद्धि करता है बल्कि आत्मविश्वास और साहस को भी बढ़ाता है। यह मंत्र साधकों के जीवन में ऊर्जा का संचार करता है और हर बाधा को दूर करने की शक्ति प्रदान करता है।
दुर्गा गायत्री मंत्र
ओम् कात्यान्ये च विद्मिहे ,
कन्याकुमार्ये धीमहि,
तन्नो: देवी प्रचोदयात ||1||
ओम् गिरिजायये विद्मिहे ,
शिवप्रियाये धीमहि,
तन्नो: दुर्गा प्रचोदयात ||2||
दुर्गा गायत्री मंत्र का जाप हमें माँ दुर्गा की असीम कृपा से जोड़ता है और जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है। यह मंत्र न केवल हमारे मानसिक और आध्यात्मिक विकास का माध्यम है, बल्कि हर चुनौती का सामना करने की शक्ति भी देता है। यदि हम इसे श्रद्धा और विश्वास के साथ नियमित रूप से जपें, तो माँ दुर्गा का आशीर्वाद हमें हर संकट से उबार सकता है। अपने जीवन में इस दिव्य मंत्र को शामिल करें और माँ की कृपा से भरपूर आनंद और शांति प्राप्त करें।