ओबरा डी बिजली परियोजना के जद में आने विस्थापित परिवारों को मिला एडीएम से आश्वासन।

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सोनभद्र जिले के ओबरा तापीय परियोजना के विस्तार की जद में आने वाले विस्थापितों द्वारा आज जोरदार प्रदर्शन किया। सैकड़ों की संख्या में परिवारजनों द्वारा ओबरा थाने पर एडीएम सहदेव मिश्रा का घेराव कर वार्ता किया गया। वही एडीएम के आश्वासन के बाद सभी विस्थापित परिवारों ने शांत होकर अपने अपने घर चले गए। तब जाकर प्रशाशन के लोगो ने राहत की सास लिया। वही एडीएम सहदेव मिश्रा और विस्थापित परिवारों में वार्ता के दौरान यह बात हम लोग के द्वारा कही गई कि जब तक इनको सीलिंग या पट्टे की जमीन का हस्तांतरण नहीं हो जाता तब तक उनकी आवास को जैसे है वैसे छोड़ दिया जाए। 15 अगस्त तक जांच कर पट्टा करने की बात कही गई। अगर विलंभ होता है तो एक महीने का और समय परियोजना द्वारा दिया जाएगा। विस्तारित क्षेत्र की जद में आने वाले 500 विस्थापित परिवार है। आजीविका की बात पर वार्ता के दौरान आश्वासन मिला कि जैसे ही इनको पट्टा दिया जाएगा। उसे दौरान जितनी भी सरकारी योजनाएं हैं जिससे यह लोग वंचित हैं वृद्धा पेंशन से लेकर राशन कार्ड जैसी सरकारी योजनाओं गवर्नमेंट द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी इनको रोजगार के लिए भी विशेष ध्यान दिया जाएगा परियोजना में नौकरी दिया जाए।वही एडीएम सहदेव मिश्रा ने कहा कि ओबरा तापीय परियोजना में डी प्लांट लगना है। उसके विस्तारीकरण का काम होना है और जिन कास्तकारों का जमीन विस्तारीकरण में लिया गया है। उनको पुनर्वास के लिए वार्ता के दौरान समस्या सुनी गई और इस बात का निर्णय लिया गया कि विस्थापितों को पुनर्वास व अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। जबतक विस्थापितों का पुनर्वास नही हो जाया कोई उनकी ज़मीन खाली नही कराएगा।

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वही मामले में परियोजना की जमीन पर 40 से 50 वर्षों तक निवास करने वाले परिवारों का कहना है कि आज हम लोग ओबरा थाने में एडीएम के बुलावे पर उनसे वार्ता करने आय है। हम लोगो का कहना है की विस्तारीकरण हो हमे कोई आपत्ती नही है पर पहले ठीक ढंग से हम लोगो को बसाया जाए। उनको अन्य जगह रहने के लिए निवास स्थान दिया जाए। जिनके पास कोई भी रहने का साधन नहीं है। उनको पट्टा दिलाने का काम किया जाए और अन्य योजनाओं का लाभ भी दिलाया जाए। इन सब बातों पर सभी लोग सहमत हो गए हैं।