ढोल वज्जदा ते नगाड़े वज्जदे

ढोल वज्जदा ते नगाड़े वज्जदे
Shiv murti

जब मां का दरबार सजता है तो भक्तों के हृदय में उत्सव की लहर दौड़ पड़ती है। Dhol Vajjda Te Nagade Vajjde भजन उस पवित्र क्षण का वर्णन करता है जब मां के स्वागत में ढोल-नगाड़ों की गूंज आसमान तक फैल जाती है। यह भजन न केवल संगीत की मधुरता से भरा है, बल्कि इसमें मां के प्रति गहरी श्रद्धा और भक्ति का भाव भी झलकता है। इसे सुनकर मन में शक्ति और आनंद का अनुभव होता है।

Dhol Vajjda Te Nagade Vajjde-Mata Bhajan

ढोल बजदा ते नगाड़े बजदे

ढोल बजदा, ते नगाड़े बजदे ll
इथे, टल्लियां खड़कण, (हर वेले) ll

मेरी, मां का, भवन निराला l
दर्शन, पावे, कर्मों वाला ll
एथे, जोत जगदी,,, बड़ी, प्यारी लगदी,,,
तैनू, दर ते बुलावे, (हर वेले) l
तैनू, चिठ्ठियां पावे, (हर वेले) l
तैनू, कोल बिठावे, (हर वेले) l
तैनू, गल नाल लावे, (हर वेले, हो,) l

जेहड़े, मां का, भवन सजाऊंदे l
जो, वर मंगदे, मां कोलों पाऊंदे ll
मइया, जग जननी, ते भंडारे भरदी,,,
तेरे, भर दऊं भंडारे, (हर वेले) l
तैनू, चिठ्ठियां पावे, (हर वेले) l
तैनू, कोल बिठावे, (हर वेले) l
तैनू, गल नाल लावे, (हर वेले, हो,) l

विच, गुफा दे, वास है तेरा l
खाली, क्यूं, मन मंदिर मेरा ll
तेरा, उद्धार करेगी, ते बेड़ा, पार करेगी,
तैनू दर ते बुलावे, (हर वेले) l
तैनू, चिठ्ठियां पावे, (हर वेले) l
तैनू, कोल बिठावे, (हर वेले) l
तैनू, गल नाल लावे, (हर वेले, हो,) l

मां दे, दर ते, सीस झुका ले l
जोगा, तू, तक़दीर बना ले ll
आस, पूरी करेगी, ते, झोली भरेगी,
तैनू दर ते बुलावे, (हर वेले) l
तैनू, चिठ्ठियां पावे, (हर वेले) l
तैनू, कोल बिठावे, (हर वेले) l
तैनू, गल नाल लावे, (हर वेले, हो,) l

Dhol Vajjda Te Nagade Vajjde – Mata Bhajan भक्तों को मां की भव्यता और अलौकिक आभा का अनुभव कराता है। ये भजनों की श्रृंखला आपके मन को और भी पवित्र बना देगी तथा भक्ति मार्ग पर आगे बढ़ने की प्रेरणा देगी।

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