
वाराणसी। शहर के प्रमुख और व्यस्त बाजार दालमंडी में सड़क चौड़ीकरण को लेकर प्रशासन की कार्रवाई एक बार फिर तेज हो गई है। वाराणसी विकास प्राधिकरण, लोक निर्माण विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत चिन्हित भवनों में से पांचवें मकान को गिराने की प्रक्रिया शुरू कर दी। सुरक्षा और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है, जबकि ड्रोन कैमरों से पूरे क्षेत्र पर नजर रखी जा रही है।

सुबह से ही प्रशासनिक टीमें मौके पर मौजूद रहीं। ध्वस्तीकरण शुरू करने से पहले सभी आवश्यक कानूनी औपचारिकताएं पूरी की गईं। इसके बाद भवन को चरणबद्ध तरीके से गिराने का काम शुरू हुआ। हथौड़ों, कटर मशीनों और आधुनिक इलेक्ट्रिक उपकरणों की मदद से दीवारों और अन्य संरचनात्मक हिस्सों को तोड़ा जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि संबंधित भवन लंबे समय से निर्माण मानकों का उल्लंघन कर रहा था। कई बार नोटिस देने के बावजूद भवन स्वामी ने निर्माण को वैध नहीं कराया, जिसके चलते यह सख्त कदम उठाना पड़ा।
कार्रवाई के दौरान किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो, इसके लिए बैरिकेडिंग की गई है और यातायात को वैकल्पिक मार्गों से मोड़ा गया है। भीड़ नियंत्रण के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। एसीपी कोतवाली अतुल अंजन त्रिपाठी खुद मौके पर मौजूद रहकर पूरे ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं। उनके साथ पुलिस के जवान लगातार गश्त कर रहे हैं ताकि हालात पूरी तरह नियंत्रण में रहें।
वहीं, वीडीए और पीडब्ल्यूडी के अधिकारी यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से पूरी हो। प्रशासन का साफ कहना है कि सड़क चौड़ीकरण, यातायात को सुचारू बनाने और शहर के सौंदर्यीकरण के लिए अवैध निर्माणों पर कार्रवाई जरूरी है। दालमंडी को जाम मुक्त और सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से यह अभियान लगातार चलाया जा रहा है।
प्रशासन पहले ही चिन्हित भवनों की सूची जारी कर चुका है और तय कार्यक्रम के अनुसार एक-एक कर कार्रवाई की जा रही है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यह अभियान केवल दालमंडी तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि शहर के अन्य हिस्सों में भी अवैध निर्माणों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। स्थानीय लोगों से अपील की गई है कि वे प्रशासन का सहयोग करें और नियमों का पालन सुनिश्चित करें, ताकि विकास कार्य बिना किसी बाधा के पूरे हो सकें।