वाराणसी सरकारी डाक्टरों की प्राइवेट प्रैक्टिस पर शिकंजा कसा जाएगा। शासन ने इसके लिए सभी जिलाधिकारी से इस संबंध में एक हफ्ते में रिपोर्ट मांगी गई है। सरकारी अस्पतालों से आए दिन बहुत से डाक्टर ओपीडी के समय भी प्राइवेट प्रैक्टिस में लिप्त रहते हैं। इसे लेकर सरकार गंभीर है। ऐसे मामले में आईं शिकायतों और उसके खिलाफ उठाए गए कदमों के बारे में विभाग ने जानकारी मांगी है।
सरकारी डाक्टरों की उपस्थिति को लेकर सख्ती बरतने का आदेश जारी किया गया है। जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा क्या कदम उठाया गया। इसकी जानकारी भी विभाग से मांगी जा रही है। विशेष सचिव, चिकित्सा शिक्षा देवेन्द्र कुमार सिंह कुशवाहा की ओर से पत्र जारी कर सभी जिलों के जिलाधिकारी से सरकारी डाक्टरों की प्राइवेट प्रैक्टिस पर रोक संबंधित अधिसूचना 30 अगस्त 1983 और आठ मार्च 2019 को जारी शासनादेश का सख्ती से पालन कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं।