सीपी ने पीआरओ को हटाया, डीसीपी क्राइम करेंगे जांच

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सीपी के नए पीआरओ बने दिगम्बर उपाध्याय

जांच पूरी होने तक नहीं रहेंगे सीपी के पीआरओ

सीपी के पीआरओ पर महिला ने लगाया था नौकरी दिलाने के नाम पर 17 लाख की ठगी का आरोप

डीजीपी को पत्र भेजकर उच्चस्त्रीय जांच की मांग– अभिताभ ठाकुर

वाराणसी – पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बुधवार को अपने पीआरओ दीपक रानावत को पद से हटा दिया है। मैनपुरी के आगरा रोड स्थित गोपीनाथ बस अड्डा निवासी अनीता यादव ने मंगलवार को पीआरओ पर 16 लाख की ठगी का आरोप लगाया था। इसकी जांच की जिम्मेदारी डीसीपी क्राइम सरवणन टी को सौंपी गई है। पुलिस कमिश्नर ने निष्पक्ष जांच के लिए सीडीआर और सीसीटीवी फुटेज खंगालने का आदेश दिया है। महिला का आरोप है कि दीपक ने उनके बेटे को नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी की। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि आरोप लगने के बाद पीआरओ को हटा दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी। महिला ने पीआरओ पर आरोप लगाया था कि जुलाई 2024 में बातचीत के दौरान उन्होंने बेटे को नौकरी दिलाने की बात कही थी। उस समय पुलिस भर्ती परीक्षा चल रही थी। महिला ने उस समय पैसा नहीं होने और बेटे के पुलिस भर्ती के लिए आवेदन नहीं करने की बात कहकर मना कर दिया। इसके बाद दीपक ने बताया कि उसका दोस्त संदीप संघ लोकसेवा आयोग में है और वह हर भर्ती में काम करा देता है। पीड़िता ने दीपक की बातों पर भरोसा कर सारे जेवर बेचकर और ब्याज पर पैसा लेकर 30 अगस्त 2024 को मथुरा बस स्टैंड के पास आठ लाख रुपये दिए। बाकी के आठ लाख रुपये दोबारा दीपक के कहने पर फिर मथुरा बस स्टैंड पर जाकर एक व्यक्ति को दिया।
‘आजाद अधिकांर सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने डीजीपी को पत्र भेजकर पुलिस कमिश्नर के पीआरओ दीपक रानावत से जुड़े सभी आरोपों की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है। कहा कि जानकारी के मुताबिक प्रयागराज निवासी उपनिरीक्षक का असली नाम दीपक कुमार है जो नियमानुसार अपना नाम परिवर्तित किए बिना ही इंटरनेट मीडिया के साथ पुलिस अभिलेखों में भी मनमाने ढंग से अपना नाम दीपक सणावत लिखते हैं। बताया कि जनवरी 2025 में भी दीपक कुमार पर लगे भ्रष्टाचार से जुड़े कुछ तथ्य प्रेषित किए थे, लेकिन वाराणसी पुलिस ने इन आरोपों को रफा-दफा कर दिया था। कहने पर फिर मथुरा बस स्टैंड पर जाकर एक व्यक्ति को दिया। 15 अक्टूबर 2024 तक उसके बेटे की नौकरी लगवाने का आश्वासन दिया गया था।

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