लखनऊ में विधानसभा घेराव के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडेय की मौत हो गई। गोरखपुर निवासी पांडेय यूथ कांग्रेस के पूर्व महासचिव थे। वे अन्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ महंगाई, बेरोजगारी, और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों को लेकर प्रदर्शन में शामिल हुए थे।
प्रदर्शन के दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच तीखी झड़प हुई। इसी बीच प्रभात पांडेय की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। कांग्रेस ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि यह सिर्फ एक मौत नहीं, बल्कि सरकार और पुलिस की क्रूरता से हुई हत्या है। उन्होंने पुलिस पर कार्यकर्ताओं के साथ बर्बरता करने का आरोप लगाया। अजय राय ने मृतक कार्यकर्ता के परिवार को न्याय दिलाने की मांग करते हुए घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
इस घटना ने विपक्षी दलों के बीच आक्रोश पैदा कर दिया है, जो इसे लोकतांत्रिक आवाजों को दबाने की साजिश बता रहे हैं।