वाराणसी। पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में उठे दाना तूफान का असर अब पूर्वांचल में भी महसूस किया जा रहा है। वाराणसी समेत आस-पास के इलाकों में इस तूफान के कारण मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। गुरुवार शाम को अचानक ठंडी हवा चलने से मौसम में ठंडक बढ़ गई और लोगों ने हल्की सिहरन महसूस की।
मौसम विभाग का कहना है कि यह ठंडी हवाएं दाना तूफान की वजह से पूर्वांचल तक पहुंची हैं, जिससे तापमान में गिरावट आई है और लोगों को सर्दी का अहसास हो रहा है। दाना तूफान ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में भारी तबाही मचाई है, लेकिन इसका आंशिक प्रभाव वाराणसी समेत पूर्वांचल के अन्य क्षेत्रों में भी देखने को मिल रहा है।
शुक्रवार को बारिश की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को वाराणसी में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। बादल छाए रहेंगे और ठंडी हवा चलती रहेगी, जिससे तापमान में और गिरावट हो सकती है। गुरुवार शाम को हुई हवाओं से स्थानीय लोगों को सर्दी का एहसास हुआ और मौसम विभाग ने भी अनुमान लगाया है कि आगामी दिनों में हल्की बारिश और बादल छाए रहने की संभावना बनी रह सकती है।
तूफान के चलते आने वाली ठंडी हवा और नमी की वजह से तापमान में यह बदलाव हो रहा है। पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में यह तूफान कहर बरपा रहा है, लेकिन पूर्वांचल में इसका असर ठंड और हल्की बारिश के रूप में दिख रहा है।
स्थानीय लोगों पर असर
बदलते मौसम का असर वाराणसी और आसपास के लोगों पर भी पड़ा है। लोग अब गर्म कपड़े पहनने लगे हैं और ठंडी हवाओं से बचने के लिए सावधानी बरत रहे हैं। इस मौसम में बच्चों और बुजुर्गों को विशेष रूप से ध्यान देने की सलाह दी जा रही है, क्योंकि ठंडी हवाओं के साथ-साथ मौसम में बदलाव से सर्दी-ज़ुकाम और अन्य मौसमी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
तूफान का व्यापक प्रभाव
दाना तूफान का यह प्रभाव पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय क्षेत्रों तक ही सीमित नहीं है; इसका प्रभाव अब धीरे-धीरे उत्तर भारत के कई क्षेत्रों तक पहुंच रहा है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इस तूफान का प्रभाव अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकता है।