प्रयागराज में माघ मेले की तैयारियों का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विस्तृत बयान जारी करते हुए कहा कि इस बार का माघ मेला आस्था, व्यवस्था और स्वच्छता का संतुलित संगम होगा। उन्होंने बताया कि मेले के दौरान कुल छह प्रमुख स्नान पर्व पड़ेंगे और कल्पवासियों की संख्या करीब 30 लाख तक पहुंच सकती है। वहीं संगम में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की कुल संख्या 12 से 15 करोड़ के बीच रहने का अनुमान है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि संगम की पवित्रता और जल की शुद्धता बनाए रखना प्रशासन की सर्वोच्च जिम्मेदारी है। इसी उद्देश्य से नमामि गंगे परियोजना के तहत 85 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन बिछाई जाएगी ताकि गंदे पानी का प्रवाह रोककर नदी को स्वच्छ रखा जा सके। उन्होंने स्पष्ट किया कि संगम की स्वच्छता से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा।
श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मेले के लिए 800 हेक्टेयर क्षेत्र में व्यापक व्यवस्था की जा रही है। इसमें 25 हजार शौचालय और 8000 डस्टबीन लगाए जाएंगे ताकि सफाई व्यवस्था सुचारु बनी रहे। साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं के लिए दो अस्थायी अस्पताल भी स्थापित किए जाएंगे, जहां चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती रहेगी।
मुख्यमंत्री योगी ने सुरक्षा व्यवस्था पर भी विस्तार से बात की। उन्होंने कहा कि मेले को शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रूप से संपन्न कराने के लिए पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। भीड़ प्रबंधन, ट्रैफिक नियंत्रण और आपात स्थिति से निपटने के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।
उन्होंने भरोसा जताया कि प्रशासनिक टीम समन्वय के साथ कार्य कर रही है और माघ मेला श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित, स्वच्छ और सुव्यवस्थित अनुभव साबित होगा। साथ ही उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे नियमों का पालन करें और स्वच्छता बनाए रखने में सहयोग करें ताकि संगम की गरिमा बनी रहे।