Chandra Gayatri Mantra in Hindi : चंद्र गायत्री मंत्र: शांति, मानसिक संतुलन और सौंदर्य के लिए एक दिव्य साधना

चंद्र गायत्री मंत्र
खबर को शेयर करे

मानव जीवन में चंद्रमा का गहरा प्रभाव होता है। वह मन, भावना और सौंदर्य का कारक माना जाता है। जब चंद्रमा अशांत हो या कुंडली में उसका प्रभाव कमजोर हो, तो मानसिक तनाव, अस्थिरता और नींद से जुड़ी समस्याएं सामने आती हैं। ऐसे में Chandra Gayatri Mantra in Hindi एक अद्भुत साधन है, जो न केवल मानसिक शांति देता है, बल्कि जीवन में संतुलन और सौंदर्य का विकास भी करता है। इस लेख में हम आपको चंद्र गायत्री मंत्र की विधि, लाभ और उससे जुड़ी आवश्यक जानकारी सरल भाषा में प्रदान करेंगे।

गायत्री मंत्र

ॐ इमां चन्द्राय विद्महे
तारकप्रियाय धीमहि
तन्नो सोमः प्रचोदयात्॥

Chandra Gayatri Mantra in Hindi केवल एक आध्यात्मिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि मन, आत्मा और शरीर को संतुलन में लाने का मार्ग है। जो साधक नियमित रूप से इस मंत्र का जप करते हैं, उन्हें मानसिक स्थिरता, सौंदर्य और शांति का अनुभव होता है।

विधि

  1. समय: सोमवार या पूर्णिमा के दिन इस मंत्र का जप करना विशेष फलदायक होता है।
  2. स्थान: एक शांत स्थान चुनें, जहाँ मन एकाग्र रह सके। उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठें।
  3. साधना: एक चांदी के पात्र में जल लेकर चंद्रमा को अर्घ्य देना लाभकारी होता है।
  4. मंत्र जप संख्या: कम से कम 108 बार जाप करें, रुद्राक्ष या चंदन की माला से करें।
  5. भाव: मंत्र जप के समय मन में श्रद्धा और समर्पण का भाव हो।

लाभ

  • मानसिक शांति: यह मंत्र चित्त को शांत करता है और तनाव को दूर करता है।
  • भावनात्मक संतुलन: भावनाओं में स्थिरता आती है और मन अधिक नियंत्रित होता है।
  • सौंदर्य और आकर्षण में वृद्धि: चंद्रमा सौंदर्य और आकर्षण का प्रतीक है, मंत्र जप से आभा में वृद्धि होती है।
  • नींद से जुड़ी समस्याओं में राहत: यह मंत्र नींद को बेहतर करता है और अनिद्रा से राहत देता है।
  • कुंडली के दोष दूर होते हैं: यदि चंद्रमा अशुभ स्थिति में हो, तो यह मंत्र उसका प्रभाव कम करता है।
इसे भी पढ़े -  Aditya Hridaya Stotra |आदित्य हृदय स्तोत्र : सूर्य उपासना का चमत्कारी स्तोत्र