गणेश चतुर्थी हिन्दू धर्म का एक अत्यंत पावन और उल्लासपूर्ण पर्व है जो भगवान गणेश के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन भक्तों के लिए नई शुरुआत, समृद्धि और विघ्न विनाश की प्रतीक होता है। गणेश जी को ‘संकटमोचक’, ‘विघ्नहर्ता’ और ‘बुद्धि के दाता’ के रूप में पूजा जाता है। इस लेख में हम आपको गणेश चतुर्थी पर कहे जाने वाले प्रेरणादायक Quotes, पूजन विधि और इससे प्राप्त होने वाले लाभों की जानकारी देंगे।
Ganesh Chaturthi Quotes list
गणपति बप्पा का आशीर्वाद हमेशा रहे आपके साथ,
हर दिन हो जीवन में खुशियों की बरसात।
गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं…
सुखकर्ता जय मोरया,दु:खहर्ता जय मोरया,
कृपा सिन्धु जय मोरया,बुद्धि विधाता मोरया।
गणपति बप्पा मोरया,मंगल मूर्ति मोरया…
गणेश चतुर्थी है आई , आओ खुशियां मनाएं,
सुख-समृद्धि की दुनिया में, मिलकर हम सब खुशियां बांटें
गणपति बप्पा की कृपा से, जीवन में हर मुश्किल हो आसान ,
हर दिल में बसी उनकी मूरत, हर घर में खुशियों का आंगन हो…
गणेश चतुर्थी की रंगीन शाम आई है,
खुशियों की बारात घर आ लाई है।
बप्पा की कृपा से हर मुश्किल हो आसान,
इस पावन पर्व पर हर दिल बस खुशहाल हो…
Happy Ganesh Chaturthi
गणेश चतुर्थी का ये शुभ दिन लाए खुशियों की सौगात,
हर दुख-सकंट हो दूर, जीवन में हो हर दिन मीठी बात।
गणपति बप्पा की कृपा से जीवन में छा जाए उजाला,
खुशियों की इस यात्रा में मिले हर पल सुख और आनंद निराला…
हैप्पी गणेश चतुर्थी
सिद्धिदाता बुद्धिदाता, शक्तिदाता मुक्तिदाता, घर आए हैं भाग्यविधाता।
आप करो आशीर्वाद देकर कल्याण, बप्पा पधारो प्रसन्न होकर।
आज हर घर में बप्पा का वास है,
तभी तो यह दिन इतना खास है।
लड्डू जिनका भोग है मूषक है सवारी,
सुखकर्ता दुखहर्ता जग पालन हारी।
गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं
नए कार्य की शुरुआत अच्छी हो
हर मनोकामना सच्ची हो,
गणेश जी का मन में वास रहे
गणेश चतुर्थी आप अपनों के पास रहे।
गणेश चतुर्थी की हार्दिक बधाई
भक्ति गणपति, शक्ति गणपति
सिद्दी गणपति।
लक्ष्मी गणपति महा गणपति
देवों में श्रेष्ठ मेरे गणपति।
गणेश चतुर्थी की हार्दिक बधाई
नए कार्य की शुरुआत अच्छी हो
हर मनोकामना सच्ची हो।
गणेश जी का मन में वास रहे
गणेश चतुर्थी आप अपनों के पास रहे।
गणेश चतुर्थी की हार्दिक बधाई
गणेश चतुर्थी न केवल एक धार्मिक पर्व है, बल्कि यह आस्था, श्रद्धा और ऊर्जा का उत्सव भी है। भगवान गणेश के प्रेरणादायक जीवन को सकारात्मक दृष्टिकोण देते हैं और उनके पूजन से जीवन के हर क्षेत्र में सफलता और समृद्धि का मार्ग खुलता है। आइए, इस गणेश चतुर्थी पर हम भी विघ्नहर्ता का आशीर्वाद लेकर अपने जीवन को शुभता से भर दें।
पूजन विधि
- प्रातःकाल स्नान करके शुद्ध वस्त्र धारण करें।
- पूजन स्थल को साफ करके वहाँ स्वास्तिक बनाएं।
- गणेश जी की प्रतिमा को स्थापित करें।
- जल, अक्षत, चंदन, पुष्प अर्पित करें।
- 21 दुर्वा, 21 लड्डू एवं मोदक का भोग लगाएं।
- श्री गणेश मंत्र “ॐ गं गणपतये नमः” का 108 बार जाप करें।
- आरती करें – ‘जय गणेश जय गणेश देवा’।
- पूजा के बाद व्रत कथा श्रवण करें।
- सभी को प्रसाद वितरित करें।
चतुर्थी के लाभ
- विघ्नों का नाश – पूजा करने से जीवन की बाधाएँ दूर होती हैं।
- बुद्धि एवं विवेक में वृद्धि – छात्रों और नौकरीपेशा लोगों को विशेष लाभ मिलता है।
- धन-समृद्धि की प्राप्ति – आर्थिक रूप से प्रगति के योग बनते हैं।
- कार्य में सफलता – नए कार्यों की शुरुआत के लिए शुभ समय।
- मन की शांति और श्रद्धा में वृद्धि – भक्ति से मानसिक बल की प्राप्ति होती है।