14
Jan
लगातार 41 साल से कल्पवास कर रहे दिनेश स्वरूप ब्रह्मचारी का संकल्प बना त्याग की पराकाष्ठा बिना अन्न और जल के सिर्फ चाय के सहारे कर रहे साधना, शिक्षा के अद्भुत दान को बनाया है जीवन का मकसद महाकुम्भ नगर । संगम किनारे लगे आस्था के जन समागम महाकुंभ में भक्ति, त्याग और साधना के कई रूप बिखरे पड़े हैं । कल्पवास की परंपरा का निर्वाह कर रहे लाखों कल्पवासियों में इसकी एक झलक देखने को मिल रही है।ऐसे ही एक कल्पवासी है दिनेश स्वरूप ब्रह्मचारी । इनका संकल्प और त्याग सुनकर हर कोई हैरत में पड़ जाएगा। 41 साल…