Devotional

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काल भैरव और श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में की पूजा-अर्चना, बाबा का लिया आशीर्वाद

- मुख्यमंत्री ने बाबा काल भैरव और श्रीकाशी विश्वनाथ से प्रदेश की खुशहाली और विकास के लिए की कामना - मंदिर प्रशासन ने मुख्यमंत्री का किया स्वागत, अंग वस्त्र और मोमेंटो किया भेंट वाराणसी, 27 अक्टूबर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को एक दिवसीय वाराणसी दौरे के दौरान काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव और श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में विधि-विधान से दर्शन-पूजन कर बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद प्राप्त किया। विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए उन्हें अंग वस्त्र और मोमेंटो भेंट किया। मुख्यमंत्री ने पूजा के पश्चात बाबा विश्वनाथ से प्रदेश की खुशहाली और विकास के लिए…
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देव दीपावली: भजन पर ग्रीन क्रैकर शो व लेजर शो का दिखेगा अलौकिक संगम

10 मिनट, 10 ट्रैक, 1.5 किलोमीटर लम्बे स्ट्रेच ,70 मीटर ऊंचाई तक रहेगा संगम 15 नवंबर को मनाई जाएगी विश्व प्रसिद्ध काशी की देव दीपावली, 12 लाख दीपों से घाटों को रोशन करेगी योगी सरकार   अमेरिका में अत्याधुनिक तकनीक पर विकसित "फायर वन फायरिंग" सिस्टम से पहली बार काशी में होगा ग्रीन एरियल फायर क्रैकर्स शो  गंगा पार रेत पर आकाश को जीवंत रंगों और पैटर्न से रोशन करने वाले क्रैकर शो, लेज़र शो और संगीत का एक साथ आनंद ले सकेंगे पर्यटक   भगवान शिव की महिमा पर आधारित "हर-हर शम्भू" ,"शिव तांडव "आदि भजनों पर होगा आतिशबाजी शो   वाराणसी, 26 अक्टूबरः काशी की उत्तरवाहिनी जाह्नवी के दोनों तट देव…
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वाराणसी में भव्य अन्नकूट महोत्सव की तैयारियाँ अंतिम चरण में

शिव की नगरी काशी में अन्नकूट महोत्सव की तैयारियाँ जोर-शोर से चल रही हैं। विभिन्न मंदिरों में छप्पन भोग और लड्डुओं की भव्य झांकी सजाई जाएगी। वाराणसी के प्रसिद्ध श्री काशी विश्वनाथ मंदिर, मां अन्नपूर्णा, मां विशालाक्षी, बड़ा गणेश मंदिर, और धर्मसंघ परिसर स्थित मणिमंदिर में अन्नकूट के अवसर पर विशेष आयोजन किए जाएंगे। इस बार धर्मसंघ स्थित मणिमंदिर में होने वाला अन्नकूट महोत्सव बेहद खास होगा, जहाँ 101 क्विंटल का छप्पन भोग सजाया जाएगा। साथ ही, पांच हजार घरों से तैयार रसोई भी महालक्ष्मी को अर्पित की जाएगी। धर्मसंघ के महामंत्री पं. जगजीतन पांडेय ने बताया कि इस बार…
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प्रतापगढ़ में श्रीमद् भागवत कथा के लिए कड़े सुरक्षा प्रबंध, भारी संख्या में श्रद्धालु शामिल

प्रतापगढ़ जिले के पट्टी क्षेत्र के रामपुर खागल में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग ले रहे हैं। यह कथा देश के प्रसिद्ध संत श्री रामभद्राचार्य के मुखारविंद से संगीतमय शैली में प्रस्तुत की जा रही है। जिले की यह सबसे बड़ी भागवत कथा मानी जा रही है, जिसे लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए हैं। एडिशनल एसपी पूर्वी दुर्गेश कुमार सिंह ने सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रखी है, और श्रद्धालुओं के सुचारू आवागमन एवं सुरक्षा के…
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प्रतापगढ़ के खागल रामपुर में बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का आगमन

प्रतापगढ़ जिले के पट्टी तहसील के खागल रामपुर गांव में 24 अक्टूबर को बागेश्वर धाम के प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का आगमन हो रहा है। वे यहां चल रही श्रीमद्भागवत कथा के विशेष आयोजन में शामिल होंगे, जिसका नेतृत्व पूज्यपाद जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी कर रहे हैं। यह कथा पूरे सप्ताह चल रही है, और 24 अक्टूबर को पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के आगमन से इसकी महत्ता और बढ़ गई है। इस महत्वपूर्ण जानकारी को आचार्य रामचंद दास महाराज ने मंच से सार्वजनिक किया। उन्होंने बताया कि बागेश्वर धाम के महाराज का आगमन क्षेत्र के भक्तों के…
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शरद पूर्णिमा: चंद्र की रोशनी में खीर बनाने और देवी लक्ष्मी को भोग लगाने की परंपरा

शरद पूर्णिमा हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखने वाली तिथि है। इसे कोजागरी पूर्णिमा भी कहा जाता है। इस दिन की रात चंद्रमा की किरणें औषधीय गुणों से युक्त मानी जाती हैं। इसीलिए परंपरा के अनुसार, चंद्रमा की रोशनी में खीर बनाकर रात भर खुले आसमान के नीचे रखी जाती है और अगले दिन सुबह उसका प्रसाद ग्रहण किया जाता है। इस वर्ष शरद पूर्णिमा का पर्व 16 और 17 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। पंचांग के अनुसार, 16 अक्टूबर की शाम 7 बजे से पूर्णिमा तिथि प्रारंभ होगी और 17 अक्टूबर की शाम 5 बजे समाप्त होगी। चूंकि…
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जय माता दी की उद्घोष के साथ दुर्गा पूजा पंडालों में उमड़ी भक्तों की भीड़

सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित भव्य भंडारे का हुआ आयोजन। शक्तिनगर , सोनभद्र । जय माता दी और मां दुर्गा के जयकारों से उर्जांचल में स्थित मां दुर्गा पूजा पंडालों में भक्ति की ऐसी बयार बही की समूचा क्षेत्र गूंजायमान हो उठा। महानवमी के पूर्व संध्या पर अंबेडकर नगर स्थित दुर्गा पूजा मंडप में गांव के बच्चों द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। भक्ति में गानों पर बच्चों द्वारा प्रस्तुत शानदार कार्यक्रम को देखने के लिए भक्तों का तांता उमड़ पड़ा। शारदीय नवरात्र में मां भगवती के नौ रूपों पहली शैलपुत्री, दूसरी ब्रह्मचारिणी, तीसरी चंद्रघंटा, चौथी कूष्मांडा, पांचवी स्कंधमाता, छठी कात्यायिनी,…
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प्रतापगढ़:हर साल की भांति इस साल भी भव्य दुर्गा पूजा का आयोजन किया गया

प्रतापगढ़ जिले के साहबगंज बाहर में हर साल की भांति इस साल भी भव्य दुर्गा पूजा का आयोजन किया गया है इस दुर्गा पूजा में बहुत दूर दूर से लोग आरती करने आते हैं जिसके आज के मुख्य यजमान रिपोर्टर अजय कुमार द्विवेदी विश्व हिंदू परिषद जिला प्रचार प्रसार प्रमुख प्रतापगढ़ के द्वारा आज का पूजा संपन्न हुवा मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य गणेश प्रताप सिंह काशी देवली क्षेत्र पंचायत सदस्य दीपक पांडे जी थे इनको अंग वस्त्र पहनाकर इनका स्वागत किया गया यहां के लोगो में बहुत ही उत्साह और जोश दिख रहा है माता रानी के प्रति और…
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नवरात्र के नौवें दिन माता सिद्धिदात्री देवी का मंगला श्रृंगार दर्शन

नवरात्रि के नौवें दिन माता सिद्धिदात्री की पूजा और दर्शन का विशेष महत्व होता है। देवी सिद्धिदात्री सभी सिद्धियों की प्रदाता मानी जाती हैं, और भक्तों को उनके दर्शन से मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन माता का मंगला श्रृंगार विशेष आकर्षण का केंद्र होता है, जहां वे अत्यंत मनमोहक रूप में सुशोभित होती हैं। माता सिद्धिदात्री का स्वरूप अत्यंत शांत और करुणामय है। वह चार भुजाओं वाली देवी हैं, जिनके हाथों में शंख, चक्र, गदा, और कमल सुशोभित हैं। इनके मस्तक पर दिव्य मुकुट और गले में रत्नजड़ित हार की माला होती है। माता के वस्त्र और आभूषण…
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स्कंद माता: शारदीय नवरात्रि के पांचवे दिन की देवी

शारदीय नवरात्रि के पांचवे दिन स्कंद माता की पूजा-अर्चना की जाती है। इन्हें बागेश्वरी देवी के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि इनकी कृपा से मूर्ख भी ज्ञानी बन सकते हैं। स्कंद माता का नाम स्कंद कुमार कार्तिकेय की माता होने के कारण पड़ा है। इनकी प्रतिमा में भगवान स्कंद बालरूप में इनकी गोद में विराजमान होते हैं। स्कंद माता की चार भुजाएं होती हैं। दाईं तरफ की ऊपर वाली भुजा में वे स्कंद को गोद में पकड़े हुए हैं, जबकि नीचे वाली भुजा में कमल का पुष्प है। बाईं तरफ की ऊपर वाली भुजा वरदमुद्रा में…
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