Devotional

असां तेरा लड़ फड़ेया माँ वैष्णो | Asan Tera Larh Fadheya Maa Vaishno

असां तेरा लड़ फड़ेया माँ वैष्णो | Asan Tera Larh Fadheya Maa Vaishno

माँ वैष्णो के चरणों में शरणागत होना ही जीवन का सबसे बड़ा सहारा है। असां तेरा लड़ फड़ेया माँ वैष्णो भजन भक्त की उस भावना को व्यक्त करता है जहाँ वह पूरी तरह से मां की शरण में आकर अपने जीवन को उनके हवाले कर देता है। इस भजन को सुनते ही मन में अटूट विश्वास और गहरी भक्ति का संचार होने लगता है। मां वैष्णो का यह स्मरण हर कष्ट को दूर कर मन को शांति प्रदान करता है। Asan Tera Larh Fadheya Maa Vaishno ओ असां तेरा लड़ फड़िया (मां वैषणो)ओ रंग नाम वाला चढ़िया (मां वैषणो)ओ असां…
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माई की सेवा दिल से कर नर्मदे हर जीवन भर | Mai Ki Seva Dil Se Kar Narmade Har Jeevan Bhar

माई की सेवा दिल से कर नर्मदे हर जीवन भर | Mai Ki Seva Dil Se Kar Narmade Har Jeevan Bhar

मां नर्मदा की सेवा जीवन को पवित्रता और शांति से भर देती है। माई की सेवा दिल से कर नर्मदे हर जीवन भर भजन भक्तों को यह संदेश देता है कि सच्चे मन से मां की आराधना करने पर जीवन धन्य हो जाता है। इस भजन के स्वर श्रद्धा और भक्ति को जागृत कर आत्मा को निर्मल बना देते हैं। इसे सुनते ही मन में मां के चरणों की सेवा करने का भाव उमड़ पड़ता है। Mai Ki Seva Dil Se Kar Narmade Har Jeevan Bhar माई की सेवा दिल से करनर्मदे नर्मदे नर्मदे हरनर्मदे हर जीवन भरमाई की सेवा…
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ढोल वज्जदा ते नगाड़े वज्जदे

ढोल वज्जदा ते नगाड़े वज्जदे

जब मां का दरबार सजता है तो भक्तों के हृदय में उत्सव की लहर दौड़ पड़ती है। Dhol Vajjda Te Nagade Vajjde भजन उस पवित्र क्षण का वर्णन करता है जब मां के स्वागत में ढोल-नगाड़ों की गूंज आसमान तक फैल जाती है। यह भजन न केवल संगीत की मधुरता से भरा है, बल्कि इसमें मां के प्रति गहरी श्रद्धा और भक्ति का भाव भी झलकता है। इसे सुनकर मन में शक्ति और आनंद का अनुभव होता है। Dhol Vajjda Te Nagade Vajjde-Mata Bhajan ढोल बजदा ते नगाड़े बजदे ढोल बजदा, ते नगाड़े बजदे llइथे, टल्लियां खड़कण, (हर वेले) ll…
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मईया का चोला है रंगला | Maiya Ka Chola Hai Rangla

मईया का चोला है रंगला | Maiya Ka Chola Hai Rangla

गंगा मईया का चोला रंगला है, जो उनके दिव्य स्वरूप की शोभा को और भी अनुपम बनाता है। इस भजन में भक्त गंगा मईया की महिमा का गान करते हुए उनकी करुणा और कृपा का अनुभव करते हैं। गंगा का यह पावन चोला न केवल सौंदर्य का प्रतीक है बल्कि भक्ति की गहराई को भी प्रकट करता है। मईया का चोला है रंगला सुनते ही श्रद्धा से मन भर उठता है और आत्मा शांति का अनुभव करती है। Maiya Ka Chola Hai Rangla ( हो, लाली मेरी मात की,जित देखूँ तित लाल lलाली, देखन मैं गया,मैं भी हो ग्या लाल…
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मंडुवाडीह थानापरिसर में धूमधाम से जन्माष्टमी समारोह सम्पन्न

वाराणसी। मंडुवाडीह थानापरिसर में शनिवार को जन्माष्टमी का पर्व पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर थानापरिसर को आकर्षक रूप से सजाया गया था। कार्यक्रम में भक्ति और उल्लास का वातावरण छाया रहा।थानाप्रभारी अजयराज वर्मा एवं इंस्पेक्टर विद्याशंकर शुक्ल ने अतिथियों का स्वागत कर कार्यक्रम की शुरुआत की। समारोह के अंतर्गत भजन संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें भजन मंडली ने श्रीकृष्ण भक्ति से ओतप्रोत प्रस्तुतियां दीं। भजनों की गूंज से पूरा परिसर भक्तिमय माहौल में डूब गया।कार्यक्रम में चौकी प्रभारी बरेका राजदर्पन तिवारी, कस्बा चौकी प्रभारी राहुल कुमार सिंह, लहरतारा चौकी प्रभारी राहुल सिंह सहित…
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श्रीमद् भागवत कथा सुनने वाला व्यक्ति को मोक्ष प्राप्त होता है- महंत नर नारायण दास त्यागी

सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का समापन एवं विशाल भंडारा आज राजातालाब।आराजी लाइन विकासखंड क्षेत्र के राजा तालाब हाईवे ओवर ब्रिज के पास गणेश दास जी कुटिया पंचमुखी हनुमान मंदिर परिसर में संयोजक श्री रघुबीर दास जी महाराज की देखरेख में श्री 1008 श्री महंत हनुमान दास जी महाराज की पुण्य स्मृति में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा यज्ञ के छठे दिन राजस्थान से पधारे कथावाचक महंत नर नारायण त्यागी महाराज जी द्वारा श्रीमद् भागवत कथा के दौरान भगवान श्री कृष्ण द्वारा कंस वध,कृष्ण सुदामा के मित्रता तथा कृष्ण लीला आदि प्रसंग पर विस्तार पूर्वक कथा सुनाया और कहा…
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हिमाचल के राज्यपाल ने किया भगवान मार्कण्डेय महादेव के दर्शन

वाराणसी जिले के चैबेपुर क्षेत्र के कैथी स्थित ऐतिहासिक और पौराणिक मारकंडेय महादेव धाम में शनिवार को हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल श्री शिव प्रताप शुक्ला का आगमन हुआ। राज्यपाल ने श्रद्धा भाव से मंदिर में विधिवत दर्शन-पूजन किया। पूजन कार्यक्रम मंदिर के पूर्वजों द्वारा परंपरागत मंत्रोच्चार के साथ संपन्न हुआ। राज्यपाल श्री शुक्ला ने कहा कि “काशी के कण-कण में भगवान शिव का वास है, यहां आकर आत्मा को अनूठी शांति मिलती है। यह नगरी केवल आध्यात्मिक ही नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक चेतना का केंद्र भी है।” उन्होंने मारकंडेय धाम की महत्ता का उल्लेख करते हुए इसे काशी की…
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सावन के पहले सोमवार को कंदमेश्वर महादेव मंदिर में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

वाराणसी। श्रावण मास के पहले सोमवार को बाबा भोलेनाथ के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ कंदमेश्वर महादेव मंदिर में उमड़ी। भोर से ही श्रद्धालु जल लेकर मंदिर पहुंचने लगे और "हर-हर महादेव" के जयघोष के साथ शिवलिंग पर जलाभिषेक कर पूजन-अर्चन किया। मंदिर के बाहर भक्तों की लंबी कतारें सुबह चार बजे से ही लग गई थीं, जो दोपहर तक बनी रहीं। श्रद्धालु गंगाजल, दूध, बेलपत्र, धतूरा, भांग व अक्षत लेकर बाबा को अर्पित कर रहे थे। महिलाओं, युवाओं और बच्चों में भी विशेष उत्साह देखा गया। मंदिर प्रशासन एवं पुलिस बल द्वारा दर्शन की व्यवस्था को सुव्यवस्थित…
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सावन के पहले सोमवार पर यादव बंधुओं ने किया बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक

वाराणसी। श्रावण मास के प्रथम सोमवार को काशी नगरी हर-हर महादेव के जयकारों से गूंज उठी। भोर से ही श्रद्धालुओं की टोलियाँ बाबा विश्वनाथ के दर्शन और जलाभिषेक हेतु मंदिर परिसर की ओर बढ़ने लगीं। इसी क्रम में यादव बंधुओं की एक बड़ी टुकड़ी परंपरागत वेशभूषा और गंगा जल कलश के साथ बाबा दरबार की ओर रवाना हुई। गंगा घाट पर पवित्र स्नान कर यादव समाज के सैकड़ों श्रद्धालुओं ने गौ, गंगा और गुरु का स्मरण करते हुए गंगा जल भरा और कंधे पर काँवर रखकर जयकारों के साथ श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की ओर प्रस्थान किया। रास्ते में उन्होंने…
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सावन में वाराणसी आएं तो इन प्रमुख शिवालयों में अवश्य करें दर्शन-पूजन, पूर्ण होंगी सभी मनोकामनाएं

वाराणसी, जिसे शिव की नगरी कहा जाता है, श्रावण मास में भक्ति और आस्था का केंद्र बन जाती है। यह महीना भगवान शिव को अत्यंत प्रिय होता है और मान्यता है कि इस दौरान शिवजी की पूजा विशेष फलदायी होती है। अगर आप सावन के महीने में वाराणसी आने का विचार कर रहे हैं, तो यहां स्थित प्रमुख शिवालयों के दर्शन अवश्य करें। ऐसा माना जाता है कि इन मंदिरों में श्रद्धा से दर्शन और पूजन करने पर भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ प्रमुख शिवालयों के बारे में— 1. श्री काशी विश्वनाथ…
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