कैंट जीआरपी ने 48 कछुए सहित तस्कर गिरफ्तार, कछुओं को ले जा रहा था पश्चिम बंगाल

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वाराणसी में वन्य जीवों की तस्करी पर लगाम लगाने की दिशा में जीआरपी वाराणसी कैंट को बड़ी सफलता मिली है। जहा जीआरपी ने विशेष चेकिंग अभियान के तहत सोमवार को कैंट रेलवे स्टेशन परिसर से एक तस्कर को गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से अवैध रूप से ले जाए जा रहे 48 जीवित कछुए बरामद किए गए। वन विभाग की टीम ने बरामद कछुओं को अपने कब्जे में ले लिया। वहीं तस्कर के खिलाफ भी कार्रवाई कर रही है।

चेकिंग के दौरान प्लेटफार्म नंबर 08/09 के पूर्वी छोर (काशी साइड) पर शौचालय के पास एक संदिग्ध व्यक्ति को देखकर पुलिस ने उसे रोका और पूछताछ की तलाशी लेने पर उसके पास से दो पिट्ठू बैग बरामद हुए, जिनमें कुल 48 अदद कछुए पाए गए। यह सभी छोटे-बड़े आकार के कछुए थे, जिनकी अनुमानित बाजार कीमत लगभग ₹12 लाख आंकी गई है। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान सुधांशु मोहन भावल पुत्र काली मोहन भावल, निवासी छिमूराली मेन रोड, कालीतला थाना चाकदा, जिला नादिया, पश्चिम बंगाल उम्र 56 वर्ष के रूप में हुई है। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि वह इन कछुओं को पश्चिम बंगाल ले जाकर बेचने की योजना में था।

पकड़े गए कछुए वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के अनुसूची में सूचीबद्ध संरक्षित जीव हैं। इस संबंध में वन विभाग को सूचित किया गया और वन विभाग की टीम प्रभारी दिवाकर दूबे, वनाधिकारी रेंज वाराणसी ने आरोपी और कछुओं को विधिक कार्रवाई हेतु अपने कब्जे ले लिया। जीआरपी टीम में प्रभारी निरीक्षक रजोज नागर के नेतृत्व में उप निरीक्षक राजबहादुर, हेड कांस्टेबल अश्विनी कुमार सिंह, अहसान नवाज, अजय कुमार, आरपीएफ पोस्ट वाराणसी के हेड कांस्टेबल प्रमोद राय, कांस्टेबल रोहित और राजकुमार की अहम भूमिका रही। अग्रिम कार्यवाही वनाधिकारी द्वारा किया जाएगा।

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