प्रचंड ठंड से बचने के लिए कमरे में कोयले की अंगीठी जलाकर सो रहे ट्रैफिक सिपाही की दम घुटने से मौत हो गई। घटना की जानकारी सोमवार सुबह उस समय हुई, जब काफी देर तक कमरे का दरवाजा नहीं खुला।

पड़ोसियों ने कई बार दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर कमरे के अंदर प्रवेश किया, जहां ट्रैफिक सिपाही रंजीत मौर्य अचेत अवस्था में पड़े मिले। तत्काल जांच में उनकी मौत हो चुकी थी।
सूचना पर फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची और साक्ष्य संकलन कर जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि सिपाही ने ठंड से बचने के लिए कमरे में कोयले की अंगीठी जलाई थी, जिससे कमरे में धुआं भर गया और दम घुटने से उनकी मौत हो गई।
सीओ शुभम तोदी ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला दम घुटने से मौत का प्रतीत हो रहा है। अन्य सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। आवश्यक कानूनी कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
घटना के बाद से पुलिस विभाग में शोक की लहर है। यह हादसा सर्दी के मौसम में बंद कमरों में अंगीठी या कोयले के उपयोग से होने वाले खतरों की ओर भी इशारा करता है।
