बुलन्दशहर में पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। डेढ़ लाख रुपये का इनामी और दुर्दांत अपराधी राजेश को पुलिस मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया। राजेश पर बुलंदशहर से 1 लाख और अलीगढ़ से 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। उसके खिलाफ लूट, डकैती, हत्या के प्रयास और गैंगस्टर एक्ट सहित करीब 50 गंभीर अपराधों के मामले दर्ज थे।
यह मुठभेड़ सीओ अनूपशहर गिरजा शंकर त्रिपाठी के नेतृत्व में हुई। मुठभेड़ के दौरान राजेश से हथियार और एक वाहन भी बरामद किया गया। राजेश पर लूट और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर अपराधों के मामले थे, और वह लंबे समय से पुलिस की निगाह में था।
मुठभेड़ के दौरान अहार थाना प्रभारी और एक सिपाही को गोली लगी, जबकि सीओ गिरजा शंकर त्रिपाठी की बुलेटप्रूफ जैकेट ने उनकी जान बचाई। जैकेट में गोली लगने के बावजूद सीओ त्रिपाठी ने मोर्चा संभालते हुए बदमाश को मार गिराया।
सीओ गिरजा शंकर त्रिपाठी इससे पहले भी कई एनकाउंटर कर चुके हैं। उनके नेतृत्व में यह मुठभेड़ उनके करियर की 45वीं बड़ी मुठभेड़ मानी जा रही है। इससे पहले 2007 से 2010 के बीच बनारस एसओजी प्रभारी रहते हुए भी उन्होंने एक दर्जन से अधिक कुख्यात बदमाशों को ढेर किया था। लखनऊ में भी उन्होंने एक बार तीन अपराधियों का एनकाउंटर किया था, जिससे वे अपराधियों के लिए खौफ का पर्याय बन गए हैं।