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BPSC Exam: बापू एग्जाम सेंटर के हंगामे पर DM की रिपोर्ट आई सामने, आयोग को दिए अहम सुझाव

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पटना के बापू परीक्षा केंद्र पर आयोजित बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा के दौरान बड़े स्तर पर हंगामा हुआ। यह विवाद प्रश्नपत्र मिलने में देरी और सील टूटी होने के आरोपों के कारण शुरू हुआ। परीक्षा केंद्र पर उपस्थित उम्मीदवारों ने हंगामा किया, जिससे परीक्षा का माहौल प्रभावित हुआ।

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जांच रिपोर्ट सौंपने की प्रक्रिया पूरी

इस घटना के मद्देनज़र पटना के जिलाधिकारी (DM) ने जांच शुरू की थी। जिलाधिकारी ने पूरी घटना की विस्तृत जांच कर अपनी रिपोर्ट तैयार की और इसे बिहार लोक सेवा आयोग को सौंप दिया। रिपोर्ट में परीक्षा केंद्र पर हुई खामियों और वहां मौजूद अधिकारियों की जिम्मेदारियों को विस्तार से बताया गया है।

रिपोर्ट में क्या-क्या खुलासे हुए

  • प्रश्नपत्र देरी से पहुंचने की बात:
    जिलाधिकारी की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रश्नपत्र वितरण में देरी स्पष्ट रूप से प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा थी। प्रश्नपत्र निर्धारित समय से 30 मिनट बाद उम्मीदवारों को सौंपा गया।
  • सील टूटी होने के आरोप:
    रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि कई उम्मीदवारों ने प्रश्नपत्र की सील टूटी होने की शिकायत की। हालांकि, इस आरोप की पुष्टि के लिए कुछ साक्ष्य अधूरे पाए गए हैं। लेकिन घटना ने परीक्षा की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए।
  • परीक्षा केंद्र पर अव्यवस्था:
    हंगामे के दौरान परीक्षा केंद्र पर अधिकारियों और सुरक्षा कर्मचारियों की कमी देखी गई। रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि भविष्य में परीक्षा के दौरान केंद्र पर पर्याप्त कर्मी तैनात किए जाएं।

DM की रिपोर्ट में दिए गए सुझाव

पटना के जिलाधिकारी ने इस घटना के बाद आयोग को कई सुझाव दिए हैं, जिनका उद्देश्य भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकना है:

  • सख्त निगरानी की सिफारिश: परीक्षा केंद्रों पर प्रश्नपत्र पहुंचाने और सील खोलने की प्रक्रिया में तकनीकी निगरानी शामिल की जाए।
  • पारदर्शिता सुनिश्चित करना: प्रश्नपत्र के वितरण से पहले पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी हो, ताकि किसी प्रकार की गड़बड़ी से बचा जा सके।
  • अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करना: परीक्षा केंद्रों पर तैनात अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित की जाए।
  • अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती: परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा और प्रशासनिक कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए।
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BPSC की आगामी बैठक में होगा फैसला

DM की रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) इस मामले में 16 दिसंबर 2024 को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित करेगा। इस बैठक में आयोग रिपोर्ट के निष्कर्षों और सुझावों पर चर्चा करेगा और इस घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई का फैसला लेगा।

उम्मीदवारों का आक्रोश और मांग

परीक्षा के दौरान हुई इस घटना को लेकर उम्मीदवारों में नाराजगी देखी गई। उनका आरोप है कि प्रशासन की लापरवाही ने उनकी तैयारी और मनोबल को प्रभावित किया है। कुछ उम्मीदवारों ने आयोग से दोबारा परीक्षा आयोजित करने की मांग भी की है।

पिछली घटनाओं से सबक लेने की आवश्यकता

यह पहली बार नहीं है जब BPSC की परीक्षा को लेकर विवाद हुआ हो। इससे पहले भी प्रश्नपत्र लीक और अन्य अनियमितताओं के कारण आयोग को आलोचना का सामना करना पड़ा है। विशेषज्ञों का मानना है कि आयोग को परीक्षा संचालन में अधिक पारदर्शिता और सख्ती बरतने की जरूरत है।

भविष्य में सुधार के प्रयास

BPSC ने संकेत दिए हैं कि आयोग भविष्य की परीक्षाओं के लिए एक नई प्रक्रिया लागू करेगा, जिसमें तकनीकी साधनों का अधिक इस्तेमाल किया जाएगा। परीक्षा संचालन की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे और डिजिटल माध्यमों का सहारा लिया जाएगा।

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