वाराणसी: हाल ही में बरेली में हुए पटाखा फैक्ट्री हादसे के बाद प्रदेश भर में पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी है। इसी कड़ी में वाराणसी के बड़ागांव इलाके में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 35,314 किलोग्राम अवैध पटाखों की खेप पकड़ी, जिसकी अनुमानित कीमत 2 करोड़ रुपये से अधिक है। यह कदम त्योहारों के दौरान किसी भी संभावित हादसे को रोकने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
बरेली हादसे के बाद पुलिस की सतर्कता बढ़ी
बरेली में हाल ही में हुए पटाखा विस्फोट के बाद, उत्तर प्रदेश पुलिस ने पूरे राज्य में सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। इसी क्रम में, बड़ागांव थाने की पुलिस ने सहायक पुलिस आयुक्त पिंडरा के नेतृत्व में ग्राम सराय मुगल रमईपट्टी स्थित हिंदुस्तान फायरवर्क्स के गोदाम पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान 35,314 किलोग्राम अवैध पटाखे पाए गए, जबकि गोदाम को अधिकतम 15,000 किलोग्राम पटाखों के भंडारण की अनुमति थी।
मुखबिर की सूचना पर हुई त्वरित कार्रवाई
मुखबिर की सूचना पर बड़ागांव थानाध्यक्ष अजय कुमार पांडेय ने तत्काल कार्रवाई की। छापेमारी के दौरान गोदाम का निरीक्षण किया गया, जहां केयरटेकर रामबिलास यादव उपस्थित था। गोदाम के मालिक सैय्यद शाबी अली का नाम सामने आया, जो वाराणसी के बेनियाबाग इलाके का निवासी है। पुलिस ने पाया कि गोदाम में लाइसेंस की निर्धारित सीमा से अधिक मात्रा में पटाखों का अवैध भंडारण किया जा रहा था।
सुरक्षा मानकों का गंभीर उल्लंघन
पुलिस ने निरीक्षण के दौरान कई गंभीर सुरक्षा उल्लंघन पाए। इनमें भंडारण सीमा से अधिक पटाखों का स्टॉक, नाबालिगों की उपस्थिति, पटाखों पर उचित चेतावनी लेबल की कमी और आग बुझाने के उपकरणों की अनुपस्थिति शामिल हैं। इसके अलावा, गोदाम में गलत तरीके से विद्युत कनेक्शन पाया गया, जिससे आग लगने का खतरा बढ़ गया था।
केयरटेकर के खिलाफ मामला दर्ज, गोदाम सील
पुलिस ने गोदाम को सील कर 35,314 किलोग्राम अवैध पटाखे जब्त कर लिए हैं। केयरटेकर रामबिलास यादव के खिलाफ धारा 287 बीएनएस और 9B विस्फोटक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। साथ ही, गोदाम का लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश की जा रही है। अन्य पटाखा गोदाम संचालकों को भी सचेत किया गया है कि उनके गोदामों का भी निरीक्षण जल्द किया जाएगा।