
पाकिस्तान में एक बार फिर सत्ता और सैन्य प्रतिष्ठान के बीच तनाव की खबरें सामने आ रही हैं। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान सेना ने हाल ही में सरकार द्वारा दिए गए कुछ अहम निर्देशों को मानने से इनकार कर दिया है। यह घटनाक्रम देश में राजनीतिक अस्थिरता को और गहरा कर सकता है।
सूत्रों का कहना है कि सरकार ने सेना को कुछ नीतिगत मामलों में सहयोग करने और विपक्ष पर कार्रवाई तेज करने का निर्देश दिया था। लेकिन सेना ने इसे मानने से इनकार कर दिया और स्पष्ट किया कि वह केवल संविधान के दायरे में रहकर काम करेगी। बताया जा रहा है कि सेना का यह रुख प्रधानमंत्री और उनकी कैबिनेट के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है।
यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान की सेना और सरकार के बीच इस प्रकार की तनातनी सामने आई हो। इतिहास में भी कई बार सेना ने सरकार के निर्णयों को अस्वीकार किया है और कई बार तो तख्तापलट तक कर दिया गया है। इस ताजा घटनाक्रम से पाकिस्तान की राजनीतिक स्थिति और अधिक जटिल हो सकती है।