20
Aug
दाती दा सजेया ऐ दरबार जी बधाई होवे भजन सुनते ही मन भक्ति से भर उठता है और वातावरण में दिव्यता का संचार हो जाता है। मां के दरबार की सजावट, भक्तों का उल्लास और भजन की मधुर ध्वनि मिलकर ऐसा आभास कराते हैं जैसे स्वयं मां का आशीर्वाद हर ओर बरस रहा हो। यह भजन मां की महिमा का अनुपम चित्रण है। Dati Da Sajeya Hai Darbar Ji Vadhayi Hove दाती का सजा है दरबार दाती का, सजा है दरबार, जी बधाई होवे। दाती की, बोलो जय जयकार, जी बधाई होवे। देवूं मैं, बधाई सौ-सौ बार, जी बधाई होवे।…