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Apr
जीवन की प्राचीना सूर्य देव की कृपा के बिना कभी अचल है। जो भक्त नियमित सूर्य की उपासना करते हैं, उन्हें चीता और एकाग्रता का अनुभव मिलता है। एक और ज्योतिश्मता मंत्र जो सूर्य की और्जा की और्जा की पूजा की गैयत्री की शक्ति में निखा गया गयत्री मंत्र भी कहा जाता है। सूर्य गायत्री मंत्र ॐ आदित्याय विदमहे दिवाकराय ,धीमहि तन्नः सूर्यः प्रचोदयात् जो जीव में प्रकाशा और ज्योतिष्मता चाहते हैं, उन्हें सूर्य गायत्री की उपासना जरूर करनी चाहिए। यह केवल मंत्र चित्त की शुद्धि, चर्म और भक्ति की जीवनी उज्ज्ा के लिए एक ज्योतिष्मता की और ज्योतिष्म मार््गदर्शना…