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सूर्य गायत्री मंत्र: जीवन में ज्योतिष और ज्योतिश्मता का अनोख उद्यम

सूर्य गायत्री मंत्र: जीवन में ज्योतिष और ज्योतिश्मता का अनोख उद्यम

जीवन की प्राचीना सूर्य देव की कृपा के बिना कभी अचल है। जो भक्त नियमित सूर्य की उपासना करते हैं, उन्हें चीता और एकाग्रता का अनुभव मिलता है। एक और ज्योतिश्मता मंत्र जो सूर्य की और्जा की और्जा की पूजा की गैयत्री की शक्ति में निखा गया गयत्री मंत्र भी कहा जाता है। सूर्य गायत्री मंत्र ॐ आदित्याय विदमहे दिवाकराय ,धीमहि तन्नः सूर्यः प्रचोदयात् जो जीव में प्रकाशा और ज्योतिष्मता चाहते हैं, उन्हें सूर्य गायत्री की उपासना जरूर करनी चाहिए। यह केवल मंत्र चित्त की शुद्धि, चर्म और भक्ति की जीवनी उज्ज्ा के लिए एक ज्योतिष्मता की और ज्योतिष्म मार््गदर्शना…
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सूर्य चालीसा: जीवन को नेर्जा की ओर प्रकृति की और ज्योतिष्ठा की और भक्ति की प्रेरणा का अभूतपूर्ण चालीसा

सूर्य चालीसा: जीवन को नेर्जा की ओर प्रकृति की और ज्योतिष्ठा की और भक्ति की प्रेरणा का अभूतपूर्ण चालीसा

सूर्य देव सन्चार के जीव का घ्न है जिन्हें के चरणा औजाल की ज्योतिष्ठा का कारण किया है। जब भी जीवन में क्षी, दुख, ज्ञान और चेतन्य की कमी हो जाती है, तभ और औजाली की और ज्योतिष्ठा के लिए किर्तीमान का चालीसा पाठना अनिवार्य हो जाता है। जो झील ही बगवान और ज्योतिष्ठा की और बुद्धि की और नेर्जा की कृपा चाहते हैं। सूर्य चालीसा दोहा कनक बदन कुंडल मकर, मुक्ता माला अंग।पद्मासन स्थित ध्याइए, शंख चक्र के संग।। चौपाई जय सविता जय जयति दिवाकर, सहस्रांशु सप्ताश्व तिमिरहर। भानु, पतंग, मरीची, भास्कर, सविता, हंस, सुनूर, विभाकर। विवस्वान, आदित्य, विकर्तन,…
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संतोषी माता आरती: मनोकामना पूर्ण करने वाली दिव्य स्तुति

संतोषी माता आरती: मनोकामना पूर्ण करने वाली दिव्य स्तुति

संतोषी माता, संतोष और श्रद्धा की देवी हैं, जिनकी पूजा विशेष रूप से शुक्रवार को की जाती है। माँ संतोषी का व्रत और आरती करने से जीवन की सभी समस्याओं का समाधान मिलता है और घर में सुख-शांति बनी रहती है। इस लेख में हम "Santoshi Mata Aarti" से जुड़ी पूरी जानकारी—जैसे कि आरती, विधि, लाभ और अंत में एक प्रेरक निष्कर्ष—प्रस्तुत कर रहे हैं, ताकि आप श्रद्धापूर्वक इस आरती का लाभ उठा सकें। संतोषी माता आरती जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता।अपने सेवक जन को, सुख संपत्ति दाता,जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता.. सुंदर, चीर सुनहरी, मां…
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संतोषी माता की चालीसा: मनोकामनाओं की पूर्ति का सरल मार्ग

संतोषी माता की चालीसा: मनोकामनाओं की पूर्ति का सरल मार्ग

संतोषी माता, संतोष और शांति की देवी मानी जाती हैं। उनकी उपासना से भक्तों के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। ‘संतोषी चालीसा’ माता को प्रसन्न करने का एक अत्यंत सरल और प्रभावी माध्यम है। इस लेख में हम ‘santoshi chalisa’ के महत्व, पाठ विधि और लाभों की जानकारी देंगे, ताकि आप भी इस चमत्कारी चालीसा का लाभ उठा सकें। संतोषी चालीसा॥ दोहा॥ श्री गणपति पद नाय सिर, धरि हिय शारदा ध्यान |संतोषी मां की करुँ, कीर्ति सकल बखान॥ ॥ चौपाई ॥ जय संतोषी मां जग जननी, खल मति दुष्ट दैत्य दल हननी। गणपति देव तुम्हारे ताता, रिद्धि…
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संतोषी माता आरती लिरिक्स: श्रद्धा, सुख और संतोष का प्रतीक

संतोषी माता आरती लिरिक्स: श्रद्धा, सुख और संतोष का प्रतीक

संतोषी माता को संतोष, शांति और सौभाग्य की देवी माना जाता है। माता के व्रत और आरती से जीवन में सुख-समृद्धि, पारिवारिक शांति और इच्छाओं की पूर्ति होती है। "Santoshi Mata Aarti Lyrics" इस लेख में हम आपको न केवल आरती के शब्द देंगे, बल्कि उसकी विधि और लाभ भी बताएंगे ताकि आप पूर्ण श्रद्धा से आरती कर सकें और माता की कृपा प्राप्त करें। संतोषी आरती लिरिक्स जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता।अपने सेवक जन को, सुख संपत्ति दाता।।जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता.. सुंदर, चीर सुनहरी, मां धारण कीन्हो।हीरा पन्ना दमके, तन श्रृंगार लीन्हो।।जय संतोषी माता,…
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शनि देव के 10 नाम: जीवन की बाधाओं को करें दूर और पाएँ शांति

शनि देव के 10 नाम: जीवन की बाधाओं को करें दूर और पाएँ शांति

शनि देव को न्याय का देवता कहा जाता है। वे हमारे कर्मों के अनुसार फल देते हैं। यदि किसी की कुंडली में शनि दोष हो या शनि की साढ़े साती और ढैया का प्रभाव हो, तो शनि देव के 10 नामों का स्मरण अत्यंत लाभकारी होता है। यह नाम न केवल मानसिक शांति देते हैं, बल्कि जीवन की कठिनाइयों को भी दूर करते हैं। इस लेख में हम आपको शनि देव के 10 पावन नामों के साथ-साथ उनके जप की विधि और लाभ के बारे में बताएंगे। शनि देव के 10 नाम कोणस्थ पिंगल बभ्रु कृष्ण रौद्रान्तक यम सौरि शनैश्चर…
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दशरथ कृत शनि स्तोत्र: शनिदेव को प्रसन्न करने का अचूक उपाय

दशरथ कृत शनि स्तोत्र: शनिदेव को प्रसन्न करने का अचूक उपाय

शनि देव को न्याय का देवता माना जाता है, जो हमारे कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं। जब शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या का प्रभाव होता है, तो जीवन में कई तरह की समस्याएँ और रुकावटें आती हैं। ऐसे समय में "दशरथ कृत शनि स्तोत्र" एक अत्यंत प्रभावशाली उपाय है, जिसे स्वयं अयोध्या नरेश राजा दशरथ ने शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए रचा था। इस लेख में हम इस स्तोत्र की महिमा, पाठ विधि और लाभ को विस्तार से समझेंगे। दशरथ कृत शनि स्तोत्र नम: कृष्णाय नीलाय शितिकण्ठनिभाय च।नम: कालाग्निरूपाय कृतान्ताय च वै नम: ।। नमो निर्मांस देहाय…
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शनि स्तोत्र: शनि देव की कृपा पाने का दिव्य माध्यम

शनि स्तोत्र: शनि देव की कृपा पाने का दिव्य माध्यम

शनि देव को न्याय के देवता कहा जाता है। वे हर व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। शनि की दृष्टि जहां जीवन में कष्ट ला सकती है, वहीं उनकी कृपा जीवन में अपार सफलता और उन्नति का द्वार भी खोल सकती है। शनि स्तोत्र एक ऐसा प्रभावशाली स्तुति है जिसे नियमित रूप से पढ़ने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन की अनेक बाधाएँ दूर होती हैं। इस लेख में हम "shani stotra" के महत्त्व, विधि और लाभ को विस्तार से समझेंगे। शनि स्तोत्र | Shani Stotra नम: कृष्णाय नीलाय शितिकण्ठनिभाय च । नम:…
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शनि चालीसा लिरिक्स: काला काल की कृपा प्राप्त करने वाला पावन चार्त

शनि चालीसा लिरिक्स: काला काल की कृपा प्राप्त करने वाला पावन चार्त

शनि देव की कृपा प्राप्त करने के लिए शनि चालीसा की चौपाला से पाठ का जाता है। जो भी भी की काल की दोषाओं, शनि की देओं और क्षोभ की काली से जूझने वाले जीवन को शांति और चित्त देते हैं। अज के आर्तिकल में हम आपके लिए "shani chalisa lyrics" की विशेष जानकारी, विधि, लाभ और औत्साह की चर्चा चर्चा जानकारी की साझी जानकारी देंगे। शनि चालीसा लिरिक्स दोहाजय-जय श्री शनिदेव प्रभु, सुनहु विनय महराज।करहुं कृपा हे रवि तनय, राखहु जन की लाज।। चौपाईजयति-जयति शनिदेव दयाला।करत सदा भक्तन प्रतिपाला।।चारि भुजा तन श्याम विराजै।माथे रतन मुकुट छवि छाजै।।परम विशाल मनोहर…
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शनि आरती: जीवन की कषायों को दूर करने वाली भक्ति गीत

शनि आरती: जीवन की कषायों को दूर करने वाली भक्ति गीत

शनि देव को ज्योतिष की गणना और कर्मद की प्रतिक्ष्ठा की चिह्न जाता है। जो भक्त छीकार का सामना करते हैं और जीवन की प्रतिकूल्यता को नयाया औज्जालाती करते हैं, उनकी आरती का नियमित की जाती है। इस लेख में आप जानेंगे की "शनि आरती" की जानकारी, कार्य कैसे करें (विधि), और उसके लाभ (लाभ) क्या हैं। शनि आरती जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी। सूरज के पुत्र प्रभु छाया महतारी।।जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी।श्याम अंक वक्र दृष्ट चतुर्भुज धारी। नीलांबर धार नाथ गज की आसवारी।।जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी।क्रीट मुकुट शीश रजित दिपत है लिलारी। मुक्तन की…
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