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Ganesh Chaturthi Aarti: गणपति बप्पा की आराधना का शुभ अवसर

Ganesh Chaturthi Aarti: गणपति बप्पा की आराधना का शुभ अवसर

Ganesh Chaturthi का त्योहार भगवान गणेश जी के जन्मोत्सव के रूप में पूरे भारतवर्ष में अत्यंत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। इस दिन गणपति बप्पा को विशेष रूप से आमंत्रित कर उनकी पूजा, अर्चना और आरती की जाती है। "Ganesh Chaturthi Aarti" करते समय वातावरण भक्ति से सराबोर हो जाता है और गणपति बप्पा अपने भक्तों पर अपार कृपा बरसाते हैं। इस लेख में हम आपको गणेश चतुर्थी की आरती के शब्द, उसकी विधि और लाभ के बारे में विस्तार से बताएंगे। गणेश चतुर्थी आरती ॥जय गणेश जय गणेश॥ जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा,माता जाकी…
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Anuradha Paudwal Ganesh Aarti Lyrics: भक्ति से भरपूर श्री गणेश आराधना

Anuradha Paudwal Ganesh Aarti Lyrics: भक्ति से भरपूर श्री गणेश आराधना

श्री गणेश जी को विघ्नहर्ता और मंगलकर्ता के रूप में पूजा जाता है। किसी भी शुभ कार्य से पहले गणपति बप्पा का पूजन अत्यंत आवश्यक माना जाता है। भक्ति जगत में सुप्रसिद्ध गायिका अनुराधा पौड़वाल द्वारा गाई गई गणेश आरती विशेष लोकप्रिय है। "Anuradha Paudwal Ganesh Aarti Lyrics" के माध्यम से हम गणेश जी की कृपा को आमंत्रित कर सकते हैं। इस लेख में हम आपको आरती के बोल, विधि और इसके लाभ सरल और सहज भाषा में बताएंगे। अनुराधा पौडवाल गणेश आरती लिरिक्स जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥ एक दंत दयावंत, चार भुजा…
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Ganesh Ji Aarti Lyrics In Hindi: विघ्नहर्ता गणेश जी की कृपा पाने का सरल मार्ग

Ganesh Ji Aarti Lyrics In Hindi: विघ्नहर्ता गणेश जी की कृपा पाने का सरल मार्ग

गणेश जी को सर्वप्रथम पूज्य देवता माना गया है। किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत गणपति बप्पा के पूजन और आरती से होती है। "Ganesh Ji Aarti Lyrics In Hindi" के माध्यम से हम भक्‍तों को न केवल आरती के शब्द देंगे बल्कि आरती की सही विधि और इसके लाभ भी बताएंगे, ताकि गणेश जी का आशीर्वाद सरलता से प्राप्त हो सके। गणेश जी आरती लिरिक्स इन हिंदी जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा...माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा। एक दंत दयावंत,चार भुजा धारी...माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी। जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा...माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।…
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Ganesh Ji Ki Aarti Likhi Hui: विघ्नहर्ता श्री गणेश जी का आशीर्वाद प्राप्त करें

Ganesh Ji Ki Aarti Likhi Hui: विघ्नहर्ता श्री गणेश जी का आशीर्वाद प्राप्त करें

श्री गणेश जी को विघ्नहर्ता, मंगलकर्ता और बुद्धि के दाता के रूप में पूजा जाता है। किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत गणपति बप्पा के पूजन के बिना अधूरी मानी जाती है। "Ganesh Ji Ki Aarti Likhi Hui" इस लेख के माध्यम से हम आपको गणेश जी की आरती के साथ उसकी सही विधि और अद्भुत लाभ भी बताएंगे ताकि आप पूरी श्रद्धा और विधिपूर्वक गणेश जी की कृपा पा सकें। गणेश जी की आरती लिखी हुई जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा,माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा। एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी,माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी। जय…
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Sukh Karta Dukh Harta Aarti Lyrics: गणपति बप्पा की कृपा प्राप्त करने का सरल उपाय

Sukh Karta Dukh Harta Aarti Lyrics: गणपति बप्पा की कृपा प्राप्त करने का सरल उपाय

भगवान गणेश, जिन्हें विघ्नहर्ता और मंगलकर्ता कहा जाता है, उनकी स्तुति करना जीवन में सफलता और सुख-शांति पाने का अचूक साधन है। "Sukh Karta Dukh Harta" गणेश जी की एक प्रसिद्ध आरती है, जिसे गाकर भक्त अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति करते हैं। इस लेख में हम "Sukh Karta Dukh Harta Aarti Lyrics" के साथ इसकी विधि और लाभ को भी सहज भाषा में समझाएंगे ताकि आप पूरी श्रद्धा और विधिपूर्वक भगवान गणपति का पूजन कर सकें। सुख कर्ता दुख हर्ता आरती लिरिक्स सुख करता दुखहर्ता, वार्ता विघ्नाची,नूर्वी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची।सर्वांगी सुन्दर उटी शेंदु राची,कंठी झलके माल मुकताफळांची।। जय देव…
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नवग्रह आरती: ग्रहों की कृपा पाने का दिव्य उपाय

नवग्रह आरती: ग्रहों की कृपा पाने का दिव्य उपाय

हिंदू धर्म में नवग्रहों को अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। ये नौ ग्रह – सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु – हमारे जीवन के प्रत्येक क्षेत्र पर प्रभाव डालते हैं। जब ग्रहों की स्थिति प्रतिकूल होती है, तो जीवन में अनेक प्रकार की बाधाएँ आती हैं। ऐसे में नवग्रहों की आरती करना अत्यंत फलदायी माना जाता है। इस लेख में हम 'Navgrah Aarti' के महत्व, विधि और लाभ को सरल और स्वाभाविक भाषा में प्रस्तुत कर रहे हैं। Navgrah Aarti आरती श्री नवग्रहों की कीजै,बाध, कष्ट, रोग, हर लीजै॥सूर्य तेज़ व्यापे जीवन भर,जाकी कृपा कबहुत नहिं…
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भैरव बाबा की आरती: संकट हरने वाली शक्ति का आह्वान

भैरव बाबा की आरती: संकट हरने वाली शक्ति का आह्वान

भैरव बाबा, जिन्हें काल भैरव के नाम से भी जाना जाता है, भगवान शिव का रौद्र और रक्षक रूप हैं। इनकी उपासना विशेष रूप से रात्रि के समय की जाती है और माना जाता है कि भैरव बाबा की आरती करने से डर, बाधाएं और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। इस लेख में हम "भैरव बाबा की आरती" का महत्व, आरती की विधि और इसके लाभ को सरल भाषा में समझाएंगे। भैरव जी की आरती जय भैरव देवा, प्रभु जय भैरव देवा…जय काली और गौर देवी कृत सेवा,॥जय भैरव देवा…॥ तुम्ही पाप उद्धारक दुःख सिन्धु तारक…भक्तो के सुख कारक भीषण…
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भैरव बाबा की आरती: भय से मुक्ति और कल्याण का दिव्य माध्यम

भैरव बाबा की आरती: भय से मुक्ति और कल्याण का दिव्य माध्यम

भैरव बाबा, जिन्हें काल भैरव, बटुक भैरव और दण्डपाणि के नाम से भी जाना जाता है, शिवजी के रौद्र और न्यायकारी स्वरूप माने जाते हैं। इनकी आरती करने से न केवल डर, भूत-प्रेत बाधाओं से मुक्ति मिलती है, बल्कि जीवन में स्थिरता, सुरक्षा और आत्मबल भी प्राप्त होता है। यह लेख 'भैरव बाबा की आरती' को केंद्र में रखकर उसकी विधि, लाभ और महत्व को सरल और भक्तिभावपूर्ण शैली में प्रस्तुत करता है। भैरव बाबा की आरती देवराजसेव्यमानपावनांघ्रिपङ्कजं,व्यालयज्ञसूत्रमिन्दुशेखरं कृपाकरम्। नारदादियोगिवृन्दवन्दितं दिगंबरं|,काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे॥1॥ भानुकोटिभास्वरं भवाब्धितारकं परं,नीलकण्ठमीप्सितार्थदायकं त्रिलोचनम्। कालकालमंबुजाक्षमक्षशूलमक्षरं,काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे॥2॥ शूलटङ्कपाशदण्डपाणिमादिकारणं,श्यामकायमादिदेवमक्षरं निरामयम्। भीमविक्रमं प्रभुं विचित्रताण्डवप्रियं,काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे॥3॥ भुक्तिमुक्तिदायकं प्रशस्तचारुविग्रहं,भक्तवत्सलं स्थितं समस्तलोकविग्रहम्। विनिक्वणन्मनोज्ञहेमकिङ्किणीलसत्कटिं,काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे॥4॥…
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नर्मदा जी की आरती: पुण्य, श्रद्धा और शुद्धि का अमूल्य संगम

नर्मदा जी की आरती: पुण्य, श्रद्धा और शुद्धि का अमूल्य संगम

नर्मदा नदी को हिंदू धर्म में माँ के रूप में पूजा जाता है। यह एकमात्र ऐसी नदी हैं जिनकी परिक्रमा करने की परंपरा है, और इन्हें साक्षात देवी स्वरूप माना गया है। नर्मदा जी की आरती करना न केवल धार्मिक कृत्य है, बल्कि यह आत्मिक शांति, आध्यात्मिक उन्नति और पवित्रता प्राप्त करने का मार्ग भी है। आइए जानते हैं नर्मदा जी की आरती, उसकी विधि और उसके लाभ। Narmada Ji ki Aarti ॐ जय जगदानन्दी, मैया जय आनंद कन्दी,ब्रह्मा हरिहर शंकर, रेवा शिव हर‍ि शंकर, रुद्रौ पालन्ती॥॥ॐ जय जगदानन्दी॥ देवी नारद सारद तुम वरदायक, अभिनव पदण्डी,सुर नर मुनि जन सेवत,…
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धन्वंतरि जी की आरती: आरोग्य और आयु का वरदान

धन्वंतरि जी की आरती: आरोग्य और आयु का वरदान

भगवान धन्वंतरि को आयुर्वेद के देवता और चिकित्सा के प्रवर्तक के रूप में पूजा जाता है। दीपावली के अवसर पर धनतेरस के दिन विशेष रूप से उनकी पूजा की जाती है। 'धन्वंतरि जी की आरती' का गान करने से न केवल आरोग्यता की प्राप्ति होती है, बल्कि जीवन में शांति, समृद्धि और दीर्घायु का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस लेख में हम आपको आरती, पूजा की विधि और इससे होने वाले लाभों की जानकारी देंगे। Dhanvantari Ji Ki Aarti जय धन्वंतरि देवा, जय जय धन्वंतरि देवा…जरा-रोग से पीड़ित, जन-जन सुख देवा,॥जय धन्वंतरि देवा – जय धन्वंतरि जी देवा॥ तुम…
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