चंदौली। उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनावों के संदर्भ में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इसी बीच, स्नातक एमएलसी और समाजवादी पार्टी के नेता आशुतोष सिन्हा ने बुधवार को चंदौली जिले के धानापुर क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने सरया गांव के ग्राम प्रधान बीरेंद्र प्रताप यादव के आवास पर आयोजित जन चौपाल में हिस्सा लिया और वहां के ग्रामीणों की समस्याओं को सुना। समस्याओं के निस्तारण का आश्वासन भी दिया।
मुख्य रूप से चर्चा का विषय धानापुर ग्राम सभा में कुछ लोगों द्वारा सार्वजनिक कीमती भूमि जैसे सड़क, खड़ंजा, बंजर, चारागाह, कब्रिस्तान, तालाब, श्मशान, भीटा, शत्रु संपत्ति, स्कूल आदि पर अवैध कब्जा किया जाना था। इस मामले पर ग्रामीणों ने शिकायत करते हुए बताया कि कुछ प्रभावशाली लोग इन जमीनों को गलत तरीके से अपना बता कर कब्जा कर रहे हैं।
आशुतोष सिन्हा ने इस मुद्दे पर योगी सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के कथनी और करनी में भारी अंतर है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार अपने ही नेताओं और समर्थकों से इन सरकारी जमीनों को कब्जा करवा रही है और सरकार इस अवैध कब्जे को रोकने में असफल रही है।
सिन्हा ने पूछा, “इन लोगों पर कब कार्रवाई होगी? सरकारी भूमि पर कब्जा करने वालों पर कब बुलडोजर चलेगा? और जो गरीबों की जमीनों को कब्जा कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही?” उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि यह लोग किसकी शह पर ये अवैध कब्जे कर रहे हैं।
उन्होंने चकबंदी विभाग के अधिकारियों पर भी सवाल उठाते हुए कहा, “अगर समय रहते इन अधिकारियों पर जांच और कार्रवाई नहीं हुई, तो इस मुद्दे को लेकर हम सड़कों से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ेंगे। यह किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
सिन्हा ने आगे कहा कि आगामी उपचुनावों में इंडिया गठबंधन (कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और अन्य) को बड़ी जीत मिलने जा रही है और बीजेपी के विकास के खोखले दावों का पर्दाफाश जनता के बीच होगा। उन्होंने दावा किया कि चंदौली जिले में इस बार भाजपा को कोई फायदा नहीं होगा और विपक्षी गठबंधन यहां पर पूरी सीटें जीतने जा रहे हैं।
यह बयान चंदौली में हो रहे उपचुनावों के संदर्भ में बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों के आक्रामक रुख को और मजबूत करता है। इन चुनावों में दोनों प्रमुख दलों के बीच तीखी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है, खासकर तब जब जनहित से जुड़े मुद्दों को लेकर दोनों दलों के बीच बयानबाजी जारी है।
आशुतोष सिन्हा के इस बयान के बाद चंदौली में राजनीति और प्रशासनिक हलकों में हलचल मच गई है। अब यह देखना होगा कि सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे के मामले में योगी सरकार क्या कदम उठाती है और क्या विपक्ष के आरोपों के बाद इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई होती है या नहीं।