संतकबीरनगर : भारत के लोकतंत्र में ऐसा पहली बार हुआ है की 142 सांसदों को निलंबित किया गया । निलंबन से खार खाए सपाइयों ने भारी संख्या में बाईपास चौराहे पर इकट्ठा हुए और वहां से भारी संख्या में बैनर पोस्टर ले कर सरकार के खिलाफ नारे बाजी करते हुए जिला कलेट्रेट परिसर की तरफ बढ़ने लगे। नारेबाजी करते और चल करके जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे वहां पर इन लोग धरने पर बैठ गए तथा नारेबाजी करने लगे। जिला अधिकारी कर्यालय पर काफी समय तक नारे बाजी चलती रही। राष्ट्रपति के नाम लिखित ज्ञापन सौंपा। समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष अब्दुल कलाम ने बताया कि सरकार की तानाशाह रवैया कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। 142 सांसदों को तुरंत बहल किया जाय, नही तो ये आंदोलन सड़क पर पहुंच कर धरना प्रदर्शन करेंगे। खलीलाबाद के पूर्व सदर विधायक दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे ने बताया कि भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में पहली बार विपक्ष के 142 माननीय सांसदों का अलोकतांत्रिक तरीके से निलंबन किया गया । माननीय सांसदों का निलंबन लोकतंत्र पर हमला है। भारतीय जनता पार्टी की वर्तमान सरकार अहंकार के आकंठ में डूब चुकी है। जो संविधान को बदलना चाहती और लोकतांत्रिक मर्यादाओं और परंपराओं को छिन्न भिन्न करने का प्रयास कर रही है। अतः राष्ट्रपति महोदय से हमारी विनती है कि हम समाजवादी पार्टी के लोग ज्ञापन के माध्यम से आपसे मांग करते हैं कि 142 माननीय सांसदों का निलंबन तत्काल वापस तथा भारतीय जनता पार्टी के द्वारा जो लोकतंत्र की कलंकित करने का जो प्रयास किया जा रहा है। ऐसे में भाजपा सरकार को तत्काल पर बर्खास्त किया जाए।