नेगुरा गांव में साम्प्रदायिक झड़प के बाद युवक की मौत: सपा प्रतिनिधिमंडल ने जताई संवेदना, सरकार पर साधा निशाना

खबर को शेयर करे

चंदौली, सदर ब्लॉक:
नेगुरा गांव में गाड़ी खड़ी करने को लेकर शुरू हुआ मामूली विवाद देखते ही देखते दो समुदायों के बीच गंभीर झड़प में बदल गया। इस झगड़े में बादशाह खान नामक युवक की मौत हो गई। घटना के बाद गांव में तनाव व्याप्त है और कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।

सपा प्रतिनिधिमंडल ने किया दौरा, पीड़ित परिवार से मिले नेता
आज समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मिलने नेगुरा गांव पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल में सपा सांसद वीरेंद्र सिंह, सकलडीहा विधायक प्रभुनारायण यादव और सपा के प्रदेश प्रवक्ता मनोज सिंह ‘काका’ शामिल थे। सपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने पीड़ित परिवार को सांत्वना देते हुए 1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि का चेक सौंपा और दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया।

सांसद वीरेंद्र सिंह का बयान:
“पीड़ित परिवार अत्यंत पीड़ा में है। गांव का वातावरण भयग्रस्त है, जिसे समाप्त कर सामाजिक समरसता बहाल की जानी चाहिए। हम जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति महोदया को पत्रक सौंपकर देश और प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था से अवगत कराएंगे।”

प्रवक्ता मनोज सिंह ‘काका’ ने सरकार पर साधा निशाना
सपा के प्रदेश प्रवक्ता मनोज सिंह ‘काका’ ने कहा:
“इस घटना में सरकार और प्रशासन की निष्क्रियता उजागर हुई है। भाजपा सरकार में स्वजातीय और पोषित माफिया पूरे प्रदेश में खुलेआम घूम रहे हैं। चंदौली में लगातार हत्या की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन शासन-प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।”

विधायक प्रभुनारायण यादव का तीखा बयान
सकलडीहा विधायक प्रभुनारायण यादव ने घटना को प्रदेश की भयावह कानून-व्यवस्था का परिणाम बताया। उन्होंने कहा:
“यह घटना दर्शाती है कि अपराधियों में अब कानून का कोई डर नहीं बचा है। पुलिस की मौजूदगी में भी हत्याएं हो रही हैं। अपराधी बेखौफ हैं और सरकार असहाय दिख रही है।”

इसे भी पढ़े -  चंदौली: तापमान में उतार-चढ़ाव से कोहरे में लिपटा गंगा तटवर्ती इलाका

सरकार से मांगी गई सहायता और सुरक्षा
विधायक प्रभुनारायण यादव ने सरकार से मांग की कि पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता, एक सदस्य को सरकारी नौकरी और समुचित सुरक्षा प्रदान की जाए।

इस घटनाक्रम ने जिले में प्रशासनिक सतर्कता और राजनीतिक सक्रियता को तेज कर दिया है, लेकिन जनता अब ठोस कार्रवाई और न्याय की प्रतीक्षा कर रही है।

ब्यूरोचीफ गणपत राय