पिपरी गांव में भक्ति संगीत का अद्भुत संगम: गायकों की शानदार प्रस्तुति ने श्रद्धालुओं को किया मंत्रमुग्ध

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नरवन के पिपरी गांव में राजगुरु मठ पीठाधीश्वर काशी जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अनंतानन्द सरस्वती महाराज के नेतृत्व में शनिवार को आयोजित महामृत्युंजय यज्ञ और श्रीराम कथा के आठवें दिन भक्ति संगीत का अद्भुत संगम देखने को मिला। इस अवसर पर भोजपुरी भक्ति संगीत के मशहूर गायकों ने अपनी प्रस्तुतियों से सभी श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया।

भोजपुरी गायक मदन राय की निर्गुण गायन प्रस्तुति
भजन और भक्ति संगीत के क्षेत्र में एक लोकप्रिय नाम, भोजपुरी गायक मदन राय ने अपनी गायकी से श्रद्धालुओं का दिल जीत लिया। उन्होंने विशेष रूप से निर्गुण भजन और विरह के भावपूर्ण गीत प्रस्तुत किए। उनके गीतों में भगवान के प्रति अनमोल प्रेम और भक्ति का समावेश था। मदन राय ने अपनी आवाज में ऐसी दिव्यता और संजीवनी शक्ति डाली कि श्रद्धालु झूमते हुए भक्ति रस में डूब गए। उनका गीत साप के जहर से तुलना करते हुए भगवान की महिमा का वर्णन श्रद्धालुओं के दिलों में गूंजने लगा।

गोपाल राय के भक्ति गीतों पर झूमे श्रद्धालु
भोजपुरी भक्ति संगीत के इस कार्यक्रम में गोपाल राय ने भी अपनी आवाज का जादू चलाया। उनका गायन पूरी सभा में एक जीवंतता लेकर आया। गोपाल राय के भक्ति गीतों पर उपस्थित श्रद्धालु झूम उठे। उनका संगीत न केवल भक्ति का परिचायक था, बल्कि उसमें सामाजिक और मानवीय मूल्यों का भी समावेश था, जिससे वातावरण में एक विशेष प्रकार का उल्लास फैल गया।

अंशिका सिंह की गायन शैली से लोग प्रभावित
सिंगिंग रियलिटी शो सारेगामापा की स्टार अंशिका सिंह ने भी अपने गायन से उपस्थित दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके द्वारा प्रस्तुत भक्ति गीतों ने श्रोताओं को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। अंशिका की आवाज में एक विशेष मिठास और भावना थी, जिससे वह भक्ति गीतों को एक नई ऊँचाई पर ले गईं। उनके गीतों ने न केवल श्रद्धालुओं को भावनात्मक रूप से जोड़ दिया, बल्कि समाज के हर वर्ग को प्रभु के प्रति श्रद्धा और आस्था की ओर आकर्षित किया।

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प्रांजल राय की गायकी ने दिलों को छुआ
भोजपुरी भक्ति संगीत की इस महफिल में एक और नाम था प्रांजल राय, जिनकी गायकी ने सबको मोहित कर लिया। प्रांजल राय ने अपनी मधुर आवाज़ और गायन की बेहतरीन तकनीक से दर्शकों का दिल छू लिया। उनके गीतों में एक आधुनिकता और ताजगी थी, जो उन्हें युवाओं के बीच खासा लोकप्रिय बनाती है। उनका प्रदर्शन कार्यक्रम में एक नई ऊर्जा लेकर आया, और श्रद्धालु उनके गीतों पर झूमते हुए आनंदित हो गए।

कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख व्यक्ति
इस शानदार भक्ति संगीत कार्यक्रम में कई प्रमुख व्यक्ति भी उपस्थित रहे। इनमें डॉ. हरेंद्र राय (सदस्य, उत्तर प्रदेश शिक्षा चयन बोर्ड), सांसद प्रतिनिधि रमेश राय, संजय मौर्य, डॉ. वेदव्यास राय, मास्टर रामचरित मौर्य, कामेश्वर राय, दिनेश सिंह, विजयकांत राय, सुनील राय, आलोक राय, अरविंद वर्मा, बंधु राम, शिवशंकर राय, प्रशांत राय, रामप्रताप राय आदि लोग शामिल थे। इन सभी ने भक्ति संगीत के इस अद्भुत संगम का आनंद लिया और पूरे आयोजन को सफल बनाने में योगदान दिया।

निष्कर्ष
पिपरी गांव में आयोजित महामृत्युंजय यज्ञ और श्रीराम कथा के इस आयोजन में भक्ति संगीत का महत्वपूर्ण स्थान था। भोजपुरी गायक मदन राय, गोपाल राय, अंशिका सिंह, और प्रांजल राय के गीतों ने न केवल वातावरण को भक्तिमय बना दिया, बल्कि समाज में प्रेम, एकता और सामाजिकता की भावना को भी प्रबल किया। इन गायकों ने अपने संगीत के माध्यम से प्रभु श्रीराम के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया, और श्रद्धालुओं को एक नई भक्ति के एहसास से अवगत कराया।