RS Shivmurti

उत्तर भारत में कुल 6227 डॉल्फिन की संख्या पायी गयी

खबर को शेयर करे
RS Shivmurti

उत्तर भारत की 28 नदियों में 8507 किमी0 लम्बी दूरी तय करते हुए सर्वेक्षण किया गया

RS Shivmurti

डॉल्फिन की सर्वाधिक संख्या उत्तर प्रदेश में 2397 रिपोर्ट की गयी

उत्तर प्रदेश के अंदर कानपुर बैराज से विन्ध्याचल के बीच 380 किमी0 लम्बे नदी क्षेत्र में सर्वाधिक 718 गंगेय डॉल्फिन की उपस्थिति पायी गयी

रिपोर्ट का अनावरण माननीय प्रधानमंत्री द्वारा विगत तीन मार्च को गिर राष्ट्रीय उद्यान, गुजरात में किया गया

वाराणसी। भारत सरकार द्वारा उत्तर भारत के डॉल्फिन की जनसंख्या के सम्बन्ध में 2024 की वार्षिक गणना रिपोर्ट दिनांक-03-03-2025 जारी की गयी है। उक्त डॉल्फिन गणना हेतु उत्तर भारत की 28 नदियों में 8507 किमी0 लम्बी दूरी के अन्तर्गत उक्त सर्वेक्षण कार्य किया गया है, जिसमें वैज्ञानिको व वन कर्मियों को 3150 मानव दिवस का समय लगा जिसमें डॉल्फिन गणना निम्न प्रकार पायी गयी है। राज्यवार डॉल्फिन की संभावित संख्या निम्नवत है जिसमें उत्तर प्रदेश में 2397, बिहार में 2220, झारखण्ड में 162, राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में 95, पश्चिम बंगाल में 815, असम में 535 तथा पंजाब में 3 डॉल्फिन की संख्या पायी गयी है।

मा० प्रधान मंत्री जी द्वारा 15 अगस्त 2020 को जलीय क्षेत्रों में डॉल्फिन के संरक्षण हेतु प्रोजेक्ट डॉल्फिन की शुरूआत की गयी थी जिसमें नदी एवं समुद्री डॉल्फिन दोनों को संरक्षण प्रदान किया गया और वैज्ञानिक तरीके से बहुआमी प्रक्रिया अपनाते हुए विभिन्न विभाग जिसमें प्रमुख रूप से वन विभाग, मत्स्य विभाग व मछुआरों के समूहो से सामंजस्य प्राप्त करते हुए गंगा व ब्रह्मपुत्र की सहायक नदियों में 2021 से 2023 तक 8507 किमी0 लम्बे नदी क्षेत्रों में डॉल्फिन की गणना की गयी जिसमें विभिन्न प्रदेशों में उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक डॉल्फिन की संख्या पायी गयी तथा उत्तर प्रदेश के अंदर कानपुर बैराज से विन्ध्याचल के बीच 380 किमी0 लम्बे नदी क्षेत्र में सर्वाधिक 718 गंगेय डॉल्फिन की उपस्थिति पायी गयी। गंगा के अतिरिक्त ब्रह्मपुत्र नदी में 584, चम्बल में 298, घाघरा में 557 डॉल्फिन पायी गयी।

इसे भी पढ़े -  दशरथ व कौशल्या बने बिना अपने बच्चों से राम बनने की उम्मीद न करें-महादेव कुड़ियाल

पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून के वैज्ञानिकों व वन विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा विशेष उपकरणों से लैस नावों द्वारा डॉल्फिन गणना का कार्य किया गया जिसमें नाव की गति 8 से 10 किमी0 प्रति घण्टा रखते हुए लाइन ट्रांजेक्ट मेथड (Line Transect Method) द्वारा पानी की सतह से ऊपर आई हुई डॉल्फिन की प्रत्यक्ष गणना व ड्रैग हाइड्रोफोन नाव के नीचे स्थित सेन्सर द्वारा पानी में मौजूद डॉल्फिन की गणना की गयी। उपरोक्त प्रक्रिया प्रथम बार डॉल्फिन की गणना हेतु प्रयोग में लाई गयी है।

उपरोक्त डॉल्फिन रिपोर्ट 2024 का अनावरण मा० प्रधानमंत्री जी भारत सरकार द्वारा दिनांक- 03-03-2025 को विश्व वन्य जीव दिवस पर गिर राष्ट्रीय उद्यान, गुजरात में किया गया।

Jamuna college
Aditya