Sanchita

वाराणसी में पिता की गुहार: 17 वर्षीय बेटी अपहरण, पुलिस से शीघ्र कार्रवाई की मांग

वाराणसी। चोलापुर थाना क्षेत्र के गांव साई के गरीब बस ड्राइवर संजय पांडेय का दर्द एक बार फिर सामने आया है। 2019 में उनकी पत्नी रहस्यमय ढंग से गायब हो गई थी और आज तक FIR लटकी हुई है। अब 10 नवंबर 2025 को उनकी 17 वर्षीय नाबालिग बेटी स्वीटी पांडेय सुबह साढ़े सात बजे छोटी बहन के साथ घर से निकली थी। तभी रिंग रोड पर एक अज्ञात व्यक्ति ने उसे जबरन कार में बैठाकर ले लिया और फरार हो गया।

पीड़ित पिता संजय पांडेय ने तुरंत चोलापुर थाने में अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया। लेकिन उनका आरोप है कि पुलिस ने मामले में यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) की धाराओं को शामिल नहीं किया। 25 दिन बीत जाने के बाद भी उनकी बेटी का कोई सुराग नहीं मिला है।

संजय पांडेय ने पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल को ज्ञापन सौंपकर मदद की गुहार लगाई। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी पहले भी सारनाथ क्षेत्र के सूरज नामक युवक द्वारा दुष्कर्म की शिकार हो चुकी है और इसका मुकदमा कोर्ट में चल रहा है। पिता का डर है कि इस बार अपहरणकर्ता उनकी बेटी के साथ कोई गलत काम कर उसे नुकसान न पहुंचा दें।

आंसुओं भरी आवाज में संजय ने कहा, “साहब, मैं बस ड्राइवर हूं, दिन-रात मेहनत करके दो छोटी-छोटी बेटियों को पाल रहा हूं। 2019 से पत्नी गायब है, आज तक कोई सुराग नहीं। अब बड़ी बेटी भी छिन गई। थाने के चक्कर लग-लग कर थक गया। मेरे पास कोई और सहारा नहीं। अगर मेरी बेटी को कुछ हुआ तो हम सब मर जाएंगे।”

ज्ञापन में मांग की गई है कि मामले में तत्काल POCSO की धाराएं जोड़ी जाएं, विशेष टीम गठित की जाए और लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई हो।

पुलिस कमिश्नर ने ज्ञापन प्राप्त कर त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्चाधिकारियों ने चोलापुर पुलिस को कड़ी फटकार लगाते हुए बेटी की शीघ्र बरामदगी के निर्देश दिए हैं।

संजय पांडेय की अपील है कि यदि किसी ने उनकी बेटी को देखा है या उसके बारे में कोई सूचना है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। यह मामला नाबालिग सुरक्षा और कानून व्यवस्था की संवेदनशीलता की ओर गंभीर सवाल उठाता है।

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