नई किस्म का अरहर ललिता नामक उन्नतशील बीज किया विकसित
राजातालाब। आराजी लाइन ब्लॉक क्षेत्र के टड़िया गांव के प्रगतिशील किसान रणजीत कुमार रघुवंशी ने अपनी सूझ‑बूझ से अरहर (मालवीय) तेरह में एक अलग किस्म का पौधा किसान को दिखाया। उस पौधे को किसान ने अलग कर लिया फिर उसका बीज निकाल कर अलग‑अलग तरीके से लगाया जो एक अद्भुत और उन्नत प्रजाति है। इस नई किस्म का नाम किसान ने अरहर ललिता रखा है। काशी हिन्दू कृषि विश्वविद्यालय के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक एवं प्लांट ब्रीडर डॉ. यू.पी. सिंह से प्रशिक्षण लेकर किसान ने इस प्रजाति को विकसित किया। कृषि वैज्ञानिक रघुवंशी जी का कहना है कि 240 दिन में फसल कट जाता है। और इसका उत्पादन एक एकड़ में 10 से 12 कुंतल है। एक फली में चार से पांच दाने होते हैं और इसका दाल बहुत ही स्वादिष्ट एवं मीठा होता है। अरहर की नई प्रजाति उपलब्ध कराने पर पौधा किस्म रजिस्ट्री प्लाट वैरायटी गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया नई दिल्ली ने एक सर्टिफिकेट भी दिया गया।