
वाराणसी

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में आज ‘रन फॉर KTS 4.0’ मैराथन का उत्साहपूर्ण आयोजन हुआ। यह कार्यक्रम काशी तमिल संगमम् 4.0 के औपचारिक शुभारंभ से पहले विश्वविद्यालय परिसर में ऊर्जा और सांस्कृतिक सौहार्द का माहौल बनाने का उद्देश्य रखता है। संगमम् का उद्घाटन 2 दिसंबर 2025 को होना है, और यह दौड़ उसी तैयारी का हिस्सा थी।
कार्यक्रम की शुरुआत कुलपति प्रो. अजीत कुमार चतुर्वेदी ने हरी झंडी दिखाकर की। उन्होंने कहा कि BHU देश के हर कोने से आए छात्रों का घर है और काशी तमिल संगमम् दोनों क्षेत्रों के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रिश्तों को और मजबूत करता है।
दौड़ में BHU के विभिन्न संकायों के साथ MGKVP और अन्य संस्थानों के छात्र भी शामिल हुए। प्रतिभागियों की विविधता खुद इस आयोजन की सबसे बड़ी विशेषता रही। चेन्नई से जुड़े भूगोल विभाग की प्रो. गौणामणि धनराज ने भी दौड़ लगाई और कहा कि यह संगमम् काशी और तमिलनाडु के बीच सदियों पुराने संबंधों को नई ऊर्जा देता है।
दौड़ का मार्ग मालवीय भवन से रविदास गेट तक तय किया गया। प्रतिभागियों ने अनुशासन और टीम भावना दिखाते हुए पूरे रास्ते में जोश बनाए रखा। वातावरण उत्साह, स्वास्थ्य जागरूकता और सांस्कृतिक एकता के संदेश से भरा रहा।
प्रतियोगिता में दुष्यंत कुमार सिंह (भूगोल, BHU) प्रथम, गुड्डू कुमार (बी.पी.एड., BHU) द्वितीय और सोनू निषाद (बी.पी.एड., MGKVP) तृतीय स्थान पर रहे।
कार्यक्रम के सुचारू संचालन की व्यापक प्रशंसा की गई। प्रो. भुवन चंद्र कापड़ी, प्रो. अंचल श्रीवास्तव और उनकी टीम ने आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। यह दौड़ छात्रों के लिए सिर्फ एक खेल आयोजन नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता और संस्कृति के साझा उत्सव का प्रतीक बन गई।