
वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए लक्सा थाना क्षेत्र में एक बड़ी और अचानक कार्रवाई की। इस अभियान का उद्देश्य कोडिन युक्त कफ सिरप की अनाधिकृत बिक्री पर रोक लगाना और युवाओं को नशे की गिरफ्त से बचाना था। पुलिस के इस कदम से इलाके के दवा कारोबारियों में हड़कंप मच गया है।
पुलिस कमिश्नरेट के निर्देश पर लक्सा थाना प्रभारी राजू सिंह के नेतृत्व में थाना क्षेत्र की कई मेडिकल दुकानों पर ताबड़तोड़ चेकिंग की गई। इस दौरान उन दुकानों को विशेष रूप से निशाने पर लिया गया जो बिना डॉक्टर के वैध पर्चे के या बिना स्टॉक रजिस्टर में सही एंट्री किए कोडिन फास्फेट सिरप जैसी प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री कर रही थीं। चेकिंग के दौरान थाना प्रभारी के साथ चौकी प्रभारी औरंगाबाद सहित अन्य चौकी इंचार्ज और पुलिस बल भी मौजूद रहा।
पुलिस टीम ने दुकानों में रखे स्टॉक की बारीकी से जांच की और दवा विक्रेताओं से खरीद और बिक्री से जुड़े वैध दस्तावेज, बिल और रजिस्टर दिखाने के निर्देश दिए। कई दुकानदार जरूरी कागजात प्रस्तुत नहीं कर सके, जिससे वे पुलिस की निगरानी में आ गए हैं। प्रारंभिक जांच के बाद कुछ दुकानों को संदिग्ध मानते हुए उनके खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी गई है।
थाना प्रभारी राजू सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि कोडिन युक्त सिरप का दुरुपयोग नशे के रूप में किया जा रहा है, जो समाज और खासकर युवाओं के लिए बेहद खतरनाक है। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी कीमत पर अनाधिकृत रूप से या तय मानकों से अधिक दामों पर ऐसी दवाओं की बिक्री करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। दोषी पाए जाने पर संबंधित दुकानदारों के खिलाफ ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
पुलिस का कहना है कि यह अभियान केवल एक दिन की कार्रवाई नहीं है, बल्कि इसे लगातार जारी रखा जाएगा। प्रशासन का लक्ष्य नशा मुक्त वाराणसी की दिशा में ठोस कदम उठाना है ताकि अवैध दवा कारोबार की पूरी श्रृंखला को तोड़ा जा सके। पुलिस ने सभी मेडिकल स्टोर संचालकों से अपील की है कि वे नियमों का पालन करें और बिना पर्चे के नशीली दवाओं की बिक्री से बचें।
इस सख्त कार्रवाई से यह संदेश साफ है कि नशे के खिलाफ पुलिस अब किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगी और युवाओं को सुरक्षित भविष्य देने के लिए अभियान और तेज किया जाएगा।