स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने ललितपुर में दर्ज एक बड़े धोखाधड़ी के मामले में 50 हजार रुपये की इनामी अभियुक्ता प्रियंका सिंह (40) को लखनऊ से गिरफ्तार किया है। वह वर्ष 2019 से फरार चल रही थी। बुधवार सुबह करीब 8:45 बजे एसटीएफ मुख्यालय की टीम ने उसे पीजीआई थाना क्षेत्र स्थित एल्डिको कॉलोनी के सौभाग्यम अपार्टमेंट (टावर-10, फ्लैट नंबर-1205) से दबोचा।

प्रियंका सिंह और उसके पति राजेश कुमार सिंह ने पांच अन्य लोगों के साथ मिलकर ‘जेके बी लैंड एंड डेवलपर्स इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड’ नाम की फर्जी कंपनी बनाई थी। इस कंपनी ने ललितपुर सहित कई जिलों में सैकड़ों एजेंटों के माध्यम से आम जनता से लाखों-करोड़ों रुपये की एफडी करवाई। इसके बाद कंपनी अचानक बंद हो गई और सभी संचालक फरार हो गए। पीड़ित निवेशकों की शिकायत पर कोतवाली ललितपुर में वर्ष 2019 में मुकदमा नंबर 412/2019, धारा 120बी, 406, 420, 504 और 506 आईपीसी के तहत केस दर्ज किया गया था।
इस कंपनी का संचालन ललितपुर के फर्स्ट फ्लोर सिने फ्लेक्स, इलाइट चौहारा स्थित ऑफिस से किया जाता था, जबकि इसका रजिस्टर्ड ऑफिस लखनऊ के हजरतगंज में बताया गया था। इससे पहले जून 2025 में इसी प्रकरण में कंपनी के डायरेक्टर आशीष श्रीवास्तव को एसटीएफ ने इंदौर (मध्य प्रदेश) से गिरफ्तार किया था।
प्रियंका सिंह पर पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) झांसी परिक्षेत्र ने 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। उसके खिलाफ आजमगढ़, वाराणसी, गाजीपुर, जौनपुर, फतेहपुर, भदोही, मऊ, महोबा, लखनऊ और ललितपुर समेत कई जिलों में धोखाधड़ी, जालसाजी और ठगी के कुल 19 मामले दर्ज हैं।
गिरफ्तारी की कार्रवाई अपर पुलिस अधीक्षक सत्यसेन यादव के पर्यवेक्षण में इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार वर्मा के नेतृत्व में की गई। टीम में उपनिरीक्षक वीरेंद्र सिंह यादव और ललितपुर कोतवाली के विवेचक उपनिरीक्षक मनोज कुमार मिश्रा शामिल थे।
