
टप्पे शिव भोले दे एक ऐसा भजन है जिसमें भोलेनाथ की महिमा लोकधुन के मधुर सुरों में गाई जाती है। इस गीत को सुनते ही दिल में भक्ति का उल्लास जाग उठता है और मन मानो शिव दरबार में नृत्य करने लगता है। टप्पे की लय और शिव नाम का संगम भक्तों को आनंद और भक्ति से भर देता है।
Tappe Shiv Bhole De
फीता फीता फीता, (बम बम)
हो, भंग का, प्याला शिव का,
सारी, संगत ने, भर भर पीता ll
छोले छोले छोले, (बम बम)
हो, भोले के, मंदिरों में,
सारी, संगत, बम बम बोले ll
लाली लाली लाली, (बम बम)
हो, भंग का, प्याला पी के,
हमको, चढ़ गई, भोले की लाली ll
आरी आरी आरी, (बम बम)
हो, सूरत, भोले की,
हमको, लगती, बड़ी प्यारी ll
कांवां कांवां कांवां, (बम बम)
हो, भोले हमको, दर्शन दिखा,
मैं, नाचता, द्वारे तेरे आऊं ll
पावे पावे पावे, (बम बम)
हो, भोले तेरे, दर्शन बिना,
हमको, एक पल, चैन न आए ll
टप्पे शिव भोले दे सुनते ही हर भक्त के होंठों पर भोलेनाथ का नाम आ जाता है और वातावरण शिवमय हो उठता है। यह भजन न सिर्फ भक्ति का आनंद देता है बल्कि लोक-संगीत की मिठास से भी मन को पुलकित कर देता है। इसे सुनकर ऐसा लगता है मानो स्वयं भोले बाबा अपने भक्तों को आशीर्वाद दे रहे हों।

