
माँ वैष्णो के चरणों में शरणागत होना ही जीवन का सबसे बड़ा सहारा है। असां तेरा लड़ फड़ेया माँ वैष्णो भजन भक्त की उस भावना को व्यक्त करता है जहाँ वह पूरी तरह से मां की शरण में आकर अपने जीवन को उनके हवाले कर देता है। इस भजन को सुनते ही मन में अटूट विश्वास और गहरी भक्ति का संचार होने लगता है। मां वैष्णो का यह स्मरण हर कष्ट को दूर कर मन को शांति प्रदान करता है।
Asan Tera Larh Fadheya Maa Vaishno
ओ असां तेरा लड़ फड़िया (मां वैषणो)
ओ रंग नाम वाला चढ़िया (मां वैषणो)
ओ असां तेरा लड़ फड़िया (मां वैषणो)
ओ रंग नाम वाला चढ़िया (मां वैषणो)
ओ असां तेरा लड़ फड़िया
जदो गल विच पाया तेरे हार मां
ओ मेरा सुखी होइया सारा परिवार मां
ओ काज मेरा सवंरिया (मां वैषणो)
ओ असां तेरा लड़ फड़िया
जदो लाल लाल चोला मैं चढ़ाया
ओ मां नू चढ़ गया रूप सवाया
ओ वेहड़ा खुशियां दा भरिया (मां वैषणो)
ओ असां तेरा लड़ फड़िया
जदो लाल लाल चुन्नी मैं चढ़ाई
ओ खुश हो गई जगत दी माई
ओ हथ सिर उत्ते धरिया (मां वैषणो)
ओ असां तेरा लड़ फड़िया
जदो लाल लाल चूड़ियां चढ़ाइयां
ओ मां ने मेंहदी वाले हथां विच पाइयां
ओ नूर अर्शां तो वरसिया (मां वैषणो)
ओ असां तेरा लड़ फड़िया
किन्नी सोहणी लग्गे शेर दी सवारी
ओ सूहे चोले उत्ते गोटे दी किनारी
ओ दर्शन कर मन ठरिया (मां वैषणो)
ओ असां तेरा लड़ फड़िया
मेरे दिल विच इक्को ही उमंग मां
ओ मायें सदा रहीं साडे अंग संग मां
ओ तेरा नाम सुमरिया (मां वैषणो)
ओ असां तेरा लड़ फड़िया
ओ भव पार लगाइं (मां वैषणो)
ओ तेरी जोत जगाइं (मां वैषणो)
ओ असां आस लगाइं (मां वैषणो)
हो जा सब ते सहाई (मां वैषणो)
जरा प्रेम से बोलो – जय माता दी
जरा जोर से बोलो – जय माता दी
मैं नहीं सुनियां – जय माता दी
आवाज नहीं आई – जय माता दी
जरा ऊंची बोलो – जय माता दी
सब मिल के बोलो – जय माता दी
जरा हाथ भी खोलो – जय माता दी
ओ सारे ही बोलो – जय माता दी
ओ असां तेरा लड़ फड़िया
असां तेरा लड़ फड़ेया माँ वैष्णो भजन मां की शरणागति और कृपा का अनुपम स्मरण है, जो हर श्रोता के मन को भक्ति से भर देता है। इन भजनों से आपका मन और अधिक आध्यात्मिक हो उठेगा तथा मां के प्रति आस्था और गहरी होती जाएगी।

