
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार से दो दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंच रहे हैं। इस दौरे का उद्देश्य न सिर्फ विकास परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करना है, बल्कि कानून व्यवस्था की स्थिति का आंकलन करने के साथ-साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भी स्थलीय निरीक्षण करना है। मुख्यमंत्री का यह दौरा प्रशासनिक और धार्मिक दोनों ही दृष्टिकोण से अहम माना जा रहा है।
प्रोटोकॉल के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार शाम लगभग 4:30 बजे चंदौली से सड़क मार्ग द्वारा वाराणसी पहुंचेंगे। सबसे पहले वे सर्किट हाउस में उच्च अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इस समीक्षा बैठक में शहर में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों, निर्माणाधीन परियोजनाओं, कानून व्यवस्था, और विशेष रूप से बारिश और बाढ़ से उत्पन्न स्थितियों की गहन समीक्षा की जाएगी। इस दौरान अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देने की भी संभावना है।
समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री काशी के दो प्रमुख धार्मिक स्थलों – श्री काशी विश्वनाथ धाम और बाबा काल भैरव मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए जाएंगे। सावन मास चलने के कारण इन मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है, ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार को मुख्यमंत्री बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करेंगे। गंगा और वरुणा नदी के किनारे बसे इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने की वजह से कई परिवारों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। सीएम योगी इन इलाकों का जायजा लेकर राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा करेंगे तथा प्रभावितों से सीधे संवाद कर सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री वाराणसी में चल रही कुछ नई परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण भी कर सकते हैं, जिनमें स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स, सड़कों का चौड़ीकरण, और पेयजल आपूर्ति से जुड़ी योजनाएं प्रमुख हैं।
प्रशासनिक अमला पूरी तरह से तैयारियों में जुटा है। जिला प्रशासन, नगर निगम, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग समेत सभी प्रमुख विभागों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनज़र रूट डायवर्जन और विशेष यातायात योजना भी लागू की जा रही है।
मुख्यमंत्री का यह दौरा न केवल विकास कार्यों को गति देगा बल्कि आम जनता को राहत पहुंचाने वाले निर्णयों की नींव भी रख सकता है।
